बेगूसराय : लेनिनग्राद में कन्हैया का शोर, मोदी का जोर, यहां हैं करीब 4.30 लाख भूमिहार मतदाता
बेगूसराय से अनुज शर्मा वामपंथ का गढ़ लेनिनग्राद में तीन महारथी हैं. लड़ाई कशमकश है. जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष रहे सीपीआइ प्रत्याशी कन्हैया कुमार का यह पहला चुनाव है. महागठबंधन से छात्र आंदोलन की उपज राजद के तनवीर हसन हैं. भाजपा सांसद भोला सिंह के निधन से खाली हुई सीट पर एनडीए ने भाजपा […]
बेगूसराय से अनुज शर्मा
वामपंथ का गढ़ लेनिनग्राद में तीन महारथी हैं. लड़ाई कशमकश है. जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष रहे सीपीआइ प्रत्याशी कन्हैया कुमार का यह पहला चुनाव है. महागठबंधन से छात्र आंदोलन की उपज राजद के तनवीर हसन हैं. भाजपा सांसद भोला सिंह के निधन से खाली हुई सीट पर एनडीए ने भाजपा के फायरब्रांड नेता केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को भेजा है. भूमिहार-मुस्लिम बहुल इस सीट पर गिरिराज सिंह बाहरी है, लेकिन नरेंद्र मोदी चुनावी मुद्दा होने से सभी उम्मीदवारों की सीधे उनसे ही टक्कर है.
यहां 4.30 लाख भूमिहार वोटर हैं. इनमें करीब सवा लाख भाकपा का कैडर माना जाता है. यह आंकड़ा कन्हैया को बल दे रहा है. दुनियाभर के वामपंथी नेता, सामाजिक कार्यकर्ता, फिल्मी-शिक्षा जगत के लोग उनका प्रचार कर रहे हैं. एनडीए-सीपीआइ प्रत्याशी महागठबंधन को लड़ाई में नहीं मान रहे हैं. इसका प्रचार भी किया जा रहा है, लेकिन लोग बताते हैं, 2.8 लाख मुसलमान, 1.5 लाख यादव परंपरा के रास्ते बूथ तक पहुंचे, तो तनवीर हसन गेम चेंजर होंगे. उनकी जमीन है. छवि अच्छी है. लोकप्रिय भी हैं.
उम्मीदवार के बारे में लोगों की अलग-अलग राय
बरौनी जंक्शन पर कुली पंकज रवींद्र को लगता है कि कन्हैया जीतेगा, तो पांच बार जाने पर एक बार तो मिलेगा. वेंडर मो आरिफ कहते हैं, पिछली बार मुसलमानों का पूरा वोट तनवीर साहब को गया था, लेकिन वह हार गये.
बेगूसराय रेलवे स्टेशन पर मिले एक अन्य आरिफ कहते हैं, कन्हैया बिहार में विपक्ष बड़ा चेहरा बनते, यदि महागठबंधन का उम्मीदवार होते. लालू यादव ने बेटे के प्यार में कन्हैया से दूरी बनायी है. युवा इंजीनियर विवेक का कहना है कि तनवीर की ताकत भाजपा को जीत के करीब ले जायेगी. एडवोकेट गणेश सिंह के लिए कन्हैया देश की सबसे बड़ी शक्ति से टकरा रहे हैं.
वाेट के मुद्दे, िशक्षा-राेजगार
एनएच 28 पर स्थित प्रवेश द्वार पर भीड़ चिलचिलाती धूप में दो घंटे से इंतजार में खड़ी है. कुछ छूट न जाए, इसलिए बच्चे गुमटी की छत पर चढ़े हैं. करीब दो बजे कन्हैया आते हैं.
लोग उनको घेर लेते हैं. युवा सेल्फी लेने, हाथ मिलाने को टूट पड़ते हैं. एक बुजुर्ग गीले गमछा में सहेज कर रखी माला कन्हैया को पहनाते हैं. कन्हैया उनके पैर छूते हैं. विवि, भ्रष्टाचार, शिक्षा, रोजगार आदि मुद्दों पर वोट मांगते हैं. गौड़ा नाम की छह पंचायतों में एक गौड़ा-1 पंचायत के इस प्रवेश द्वार को बनवाया तो कांग्रेस के नेता ने है, लेकिन यहां झंडा लाल टंगा है.
1942769 कुल वोटर
1034260 पुरुष
908446 महिला
63
थर्ड जेंडर
रूरल वोटर
80.87%
शहरी वोटर
19.13%
एससी- वोटर13.52 %
एसटी वोटर0.04 %
2014 का परिणाम
कुल वोट पड़े1077855
भोला सिंह, बीजेपी428227
तनवीर हसन, आरजेडी369892
राजेंद्र प्रसाद सिंह, सीपीआइ192639