बिजली की आंखमिचौनी लोगों के लिए बनी परेशानी का सबब
बछवाड़ा : लगातार बढ़ रही गर्मी से लोग परेशान हैं. एक तरफ जहां गर्मी सता रही है, वहीं दूसरी ओर लोगों को बिजली भी रुला रही है. घर हो या बाहर हर जगह लोग परेशान दिख रहे हैं. गर्मी और चिलचिलाती धूप में बिजली की आंखमिचौनी जले पर नमक छिड़कने जैसी स्थिति बना रही है. […]
बछवाड़ा : लगातार बढ़ रही गर्मी से लोग परेशान हैं. एक तरफ जहां गर्मी सता रही है, वहीं दूसरी ओर लोगों को बिजली भी रुला रही है. घर हो या बाहर हर जगह लोग परेशान दिख रहे हैं. गर्मी और चिलचिलाती धूप में बिजली की आंखमिचौनी जले पर नमक छिड़कने जैसी स्थिति बना रही है. विगत एक सप्ताह से बिजली आपूर्ति की स्थिति काफी खराब है. एक तरफ सरकार और बिजली कंपनी 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने की बात कर रही है.
वहीं दूसरी तरफ धरातल पर स्थिति कुछ और ही है. बिजली का दावा पूरी तरह से खोखला साबित हो रहा है. बछवाड़ा विद्युत सब स्टेशन के अंतर्गत कुल छह फीडर बनाये गये हैं. सभी फीडरों में बछवाड़ा प्रखंड के सैकड़ों गांवों को जोड़ा गया है. लेकिन बिजली विभाग द्वारा 24 घंटे में दस से बारह घंटे भी सही तरीक से बिजली लोगों को नहीं मिल पा रही है. दिन भर बिजली का आना और जाना लगा रहता है. बछवाड़ा प्रखंड के करीब 20 हजार उपभोक्ता बिजली के लिए त्राहिमाम में हमेशा रहते हैं.
विद्युत उपभोक्ता संजय कुमार,राजेश शर्मा, विनोद यादव,मनोज कुमार, राकेश कुमार,मुकेश कुमार,अशोक यादव, हरी नंदन यादव समेत दर्जनों उपभोक्ताओं ने बताया कि जब किसी कारण बस बिजली कट जाती है, तो बिजली विभाग के एसडीओ से लेकर आपरेटर, मिस्त्री समेत अन्य कर्मी पूरी तरह से अपना-अपना मोबाइल बंद कर लेते हैं या फोन उठाना मुनासिब नहीं समझते. जिस कारण उपभोक्ताओं को सही जानकारी देने वाला कोई नहीं रहता है.
इलाके के लोग बिजली के लिए टकटकी लगाये रहते हैं. लोगों का कहना है कि बिजली विभाग द्वारा तार पोल समेत बिजली मेंटनेंस के नाम पर हर माह हजारों रुपये आते हैं. लेकिन बछवाड़ा के 33 हजार का तार पोल,11 हजार वोल्ट का तार पोल समेत गांव घर के भी तार पोल पूरी तरह से जर्जर हो गये हैं. उसे बदला नहीं जाता है.
इलाके के विभिन्न पोल तार पर जंगल झाड़ से भरा पड़ा है. जिस कारण हल्की हवा या बारिश होने पर कहीं न कहीं तार गिर जाता है. जिस कारण दिन-दिन भर बिजली बंद रहती है. बिजली के तार और पोल जर्जर रहने के कारण तार पोल गिरने से इलाके के दर्जनों लोग समेत मवेशी की जान जा चुकी है. लेकिन विभाग को इसकी कोई चिंता नहीं रहती है.
लोगों का कहना है कि बिजली विभाग द्वारा उपभोक्ताओं का चार से पांच हजार बिजली बिल हो जाने पर तुरंत बिजली कटाने का आदेश कर बिजली काट दिया जाता है. लेकिन बिजली बिल में गड़बड़ी या किसी अन्य समस्या जब उपभोक्ताओं को आती है तो उपभोक्ता बिजली विभाग का महीनों दिन चक्कर लगाने के बाद भी ठीक नहीं हो पाता है.
बछवाड़ा प्रखंड के फतेहा, चिरंजीवीपुर, रसीदपुर,बछवाड़ा गांव, मरांची, कादराबाद, जहानपुर,अरवा, रानी गोधना, सूरो आदि गांवों के दर्जनों उपभोक्ताओं ने कहा कि अगर विभाग द्वारा सही से बिजली का तार पोल को जल्द नहीं बदला गया तो सारे उपभोक्ता आंदोलन करने को बाध्य हो जायेंगे. मामले को लेकर बिजली विभाग के एसडीओ उमंग अग्रवाल ने बताया कि हवा चलने के कारण व क्षेत्र में तार गिरने के कारण बिजली बंद करना पड़ता है.