बेगूसराय में चुनाव प्रचार, हंगामा अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में
पटना : बेगूसराय में लोकसभा चुनाव में प्रचार करने आये अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के छात्रसंघ अध्यक्ष सलमान इम्तियाज की कुर्सी खतरे में पड़ गयी है. एएमयू की पुरानी रवायत रही है कि उसके छात्र नेता किसी भी सदस्य, किसी भी राजनीतिक दल के लिए चुनाव प्रचार नहीं करते हैं. इस मुद्दे को लेकर वहां […]
पटना : बेगूसराय में लोकसभा चुनाव में प्रचार करने आये अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के छात्रसंघ अध्यक्ष सलमान इम्तियाज की कुर्सी खतरे में पड़ गयी है. एएमयू की पुरानी रवायत रही है कि उसके छात्र नेता किसी भी सदस्य, किसी भी राजनीतिक दल के लिए चुनाव प्रचार नहीं करते हैं.
इस मुद्दे को लेकर वहां हंगामा बरपा हुआ है. छात्रसंघ अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है. प्रस्ताव पास हुआ या नहीं, इसको लेकर उपाध्यक्ष हमजा सुफयान और सचिव हुजैफा आमिर आमने-सामने आ गये हैं. हवाई फायरिंग तक हो गयी है. मई के पहले हफ्ते में इस मामले में अंतिम निर्णय हो सकता है. मामला सोशल मीडिया पर भी छाया हुआ है.
बिना अनुमति पहुंचे प्रचार करने : बेगूसराय से चुनाव लड़ रहे सीपीआइ के कन्हैया कुमार और राजद के तनवीर हसन के चुनाव प्रचार के लिए बड़ी संख्या में एएमयू के स्टूडेंट पहुंचे थे. इसमें छात्रसंघ अध्यक्ष सलमान इम्तियाज कन्हैया के पक्ष में आये थे.
परंपरा के विपरीत यूनियन की अनुमति के बिना प्रचार करने का आरोप लगाते हुए छात्रसंघ उपाध्यक्ष हम्जा सूफियान ने अध्यक्ष को हटाने के लिए जनरल बॉडी की मीटिंग (जीबीएम) बुलायी. इस बैठक में मारपीट हो गयी. एक पक्ष पर फायरिंग करने का भी आरोप है.
हालांकि उपाध्यक्ष हम्जा सूफियान अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास होने का दावा कर रहे हैं. उनका कहना है कि प्रस्ताव पर संघ के संरक्षक (कुलपति) को निर्णय लेना है. जीबीएम में छात्र संघ सचिव हुजैफा आमिर भी मौजूद थे.
जीबीएम तय करेगी अध्यक्ष का भविष्य
छात्रसंघ सचिव हुजैफा आमिर ने प्रभात खबर को फोन पर बताया कि जीबीएम बुलाने का अधिकार उपाध्यक्ष को नहीं है. यह सचिव के पास है. जीबीएम के दौरान झगड़ा हो गया था. छात्रसंघ अध्यक्ष को व्यक्तिगत रूप से बेगूसराय चुनाव में शामिल होना था, तो जीबीएम की अनुमति लेनी थी. अब अध्यक्ष के लौटने पर जीबीएम की बैठक होगी. बहुमत के आधार पर निर्णय लिया जायेगा. कुछ लोग मामले में सियासत कर रहे हैं.