रविवार की शाम से लेकर सोमवार तक एनएच 28 व 31 पर लगा रहा जाम

बरौनी (नगर) : कब मिलेगी जाम से मुक्ति, इसका जवाब फिलहाल जिला प्रशासन के पास भी नहीं है. ऐसे तो विगत कई महीनों से सड़क जाम जैसे रोजमर्रे की समस्या से लोग जूझ रहे हैं लेकिन रविवार की रात से लगा जाम धीरे-धीरे सोमवार की सुबह तक महाजाम में परिणत हो गया. आलम तो यह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 14, 2019 6:24 AM

बरौनी (नगर) : कब मिलेगी जाम से मुक्ति, इसका जवाब फिलहाल जिला प्रशासन के पास भी नहीं है. ऐसे तो विगत कई महीनों से सड़क जाम जैसे रोजमर्रे की समस्या से लोग जूझ रहे हैं लेकिन रविवार की रात से लगा जाम धीरे-धीरे सोमवार की सुबह तक महाजाम में परिणत हो गया.

आलम तो यह था कि एनएच-31 पर जाम के कारण राजेंद्र पुल से लेकर पपरौर तक और जीरोमाइल से लेकर मालती चौक तक एनएच-28 पर भयंकर जमा लगा रहा. महाजाम में फंसे दूरदराज के वाहनों के साथ ही स्थानीय ग्रामीणों को भी काफी फजीहत झेलनी पड़ रही है. एनएच-31 पर जीरोमाइल से लेकर सिमरिया राजेंद्र पुल को पार करना लोगों की परेशानी का कारण बना रहे. घंटों जाम में फंसे रहने को लोग विवश थे.
जाम के कारण दोनों तरफ काफी लंबी-लंबी कतार लगी रही. वाहनों को रुक-रुक कर पूरी दूरी रेंगते हुए पार करने की मजबूरी थी. गर्मी और ऊमस से जाम में फंसे लोगों का बुरा हाल था. लोग पीने के लिए पानी की खोज में इधर-उधर भटकते रहे. स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि जीरोमाइल से लेकर सिमरिया राजेंद्र पुल पर लगे लगातार वाहनों के जाम के कारण यहां आवाजाही का संकट उत्पन्न हो रहा है.
ग्रामीणों ने बताया कि ट्रैफिक व्यवस्था में लापरवाही और अतिव्यस्त सड़क रहने की वजह से यहां रह-रहकर वाहनों की लंबी कतारें लग जाती हैं. सबसे हैरानी की बात तो यह है कि इतना सब कुछ होने के बावजूद जिला प्रशासन अब तक कोई वैकल्पिक व्यवस्था ढूंढ़ नहीं पाया है. वहीं एनएचएआइ ने दो जगहों पर प्रस्तावित आरओबी बनाने की जगह फोरलेन विस्तारीकरण कार्य को भी लटकाये बैठा है.
रात भर बजते हाइ प्रेशर हाॅर्न से परेशान हैं लोग
एनएच-28 और 31 सड़क किनारे बसे जीरोमाइल से लेकर बीहट, मल्हीपुर, चिकया, मालती, पिपरा देवस,असुरारी, हाजीपुर के लोग रात भर ट्रकों के हाइ प्रेशर हाॅर्न की आवाज से परेशान होते रहते हैं. पूरी रात जाम में फंसे ट्रकों के बजते हाॅर्न की वजह से लोग सो नहीं पा रहे हैं. लोगों ने ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने, वाहनों में लगे हाइ प्रेशर हाॅर्न व कानफाडू गीत बजाने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की.
ओवरटेकिंग के कारण होता है जाम
चकिया और एफसीआइ ओपी प्रभारियों की बात मानें तो अक्सर गलत ओवरटेकिंग के कारण यहां जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही है. बड़े वाहन तो अपनी लाइन में चलते हैं लेकिन छोटे-छोटे वाहन किसी ट्रैफिक रूल को नहीं मानते हैं. वहीं दूसरी ओर सड़क पर खड़े वाहन भी जाम के कारण बनते हैं. उनकी दबंगता सबको भारी पड़ती है. उन पर नियंत्रण लग जाये तो जाम स्वत: समाप्त हो जायेगा.

Next Article

Exit mobile version