बेगूसराय. गंगा नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि के कारण बेगूसराय के आठ अंचलों में स्थिति विकराल हो गयी है. गंगा का जलस्तर उच्चतम स्तर (एचएफएल) के करीब पहुंच गया है. इसके मद्देनजर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के 129 विद्यालय में 25 सितंबर तक छुट्टी दे दी गयी है. प्रभावित क्षेत्र में 197 नाव चलाया जा रहा है. एसडीआरएफ की चार टीम को तैनात किया गया है. 47 जगह पर सामुदायिक किचन शुरू किया जा रहा है. डीएम तुषार सिंगला ने शनिवार को आयोजित प्रेसवार्ता में जानकारी देते हुए बताया कि गंगा नदी का जलस्तर आज 43.41 मीटर दर्ज किया गया है, जो उच्चतम जलस्तर से मात्र .12 मीटर कम है. बाढ़ के कारण आठ अंचल कि 76 हजार आबादी प्रभावित हुई है. बाढ़ के प्रबंधन निगरानी अनुश्रवण के लिए सभी अंचल में एसडीओ, डीसीएलआर एवं जिला परियोजना पदाधिकारी को वरीय प्रभारी बनाया गया है, जो लगातार आवश्यक सुविधा उपलब्ध करवा रहे हैं. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सुचारू आवागमन के लिए 23 सरकारी एवं 174 निजी नाव चलाया जा रहा है.
एसडीआरएफ की टीम की हुई तैनाती :
डीएम ने बताया कि किसी भी दुर्घटना की स्थिति में राहत और बचाव के लिए बलिया, बछवाड़ा, शाम्हो एवं मटिहानी में एसडीआरएफ की एक-एक टीम तैनात की गयी है. सभी टीम में 5 सदस्य और दो मोटर वोट है. बलिया एवं तेघड़ा प्रखंड में 390 पॉलिथीन शीट का वितरण किया गया है. 47 कम्युनिटी किचन चलाये जा रहे हैं, जहां 40364 लोग सुबह-शाम भोजन कर चुके हैं. सामुदायिक किचन के लिए नोडल प्रभारी नियुक्त किये गये हैं. साफ-सफाई का भी विशेष प्रबंध किया गया है. बछवाड़ा में बढ़ते जलस्तर की संभावना को देखते हुए भगवानपुर के सीओ को भी बछवाड़ा अंचल में प्रतिनियुक्ति किया गया है.प्रभावित क्षेत्रों में 32 स्वास्थ्य केंद्रों का किया जा रहा संचालन :
प्रभावित क्षेत्र में 32 स्वास्थ्य केंद्र का संचालन किया जा रहा है. जिसमें लोगों का इलाज, हेलोजन टैबलेट का वितरण एवं ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जा रहा है. पांच मोबाइल मेडिकल कैंप की व्यवस्था की गयी है, जिसमें अब तक 538 पशुओं का इलाज किया गया है. मटिहानी, बलिया, साहेबपुर कमाल, तेघड़ा, बछवाड़ा में पशु चारा की व्यवस्था की जा चुकी है. सभी सीडीपीओ, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी एवं अंचल अधिकारी से समन्वय स्थापित कर महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दे रहे हैं. 125 विद्यालय को 21 सितंबर तक बंद किया गया था, लेकिन बाढ़ की स्थिति को देखते हुए अब 129 विद्यालय को 25 सितम्बर तक के लिए बंद कर दिया गया है.बांधों का किया गया है सघन निरीक्षण :
डीएम ने बताया कि जिले में 29 सरकारी नाव, 208 निजी नाव, चार मोटरबोट, 24462 पॉलिथीन शीट, 97 टेंट, 118 लाइफ जैकेट एवं 137 प्रशिक्षित गोताखोर उपलब्ध हैं. जिले में स्थित 10 बांध का सघन निरीक्षण कार्यपालक अभियंता एवं एसडीओ द्वारा किया गया है, जहां कहीं भी त्रुटि नजर आयी, वहां मरम्मत और सुधार कर लिया गया है. बाढ़ की विभीषिका के मद्देनजर आपातकालीन संचालन केंद्र-सह-नियंत्रण कक्ष 9279808780 लगातार 24 घंटे एक्टिव है. डीएम ने बताया कि कुछ नाव वालों द्वारा प्रभावित लोगों से पैसा मांगे जाने की शिकायत मिली है, इसके संबंध में आवश्यक निर्देश दिये गये हैं. गंगा का जलस्तर दो-तीन दिन से डेंजर लेवल को पार कर चुका है और स्थित 2021 की तरह हो गयी है. पानी जब घटना शुरू होगा तो जलस्तर कम होने में भी समय लगेगा. सीओ को लोगों की सुविधा के अनुसार नाव चलाने का निर्देश दिया गया है. पशुओं के लिए भी जिला प्रशासन की टीम काफी तत्पर है तथा मनुष्य की तरह पशुओं के भी हर सुविधा का ख्याल रखा जाता है. कोई भी घटना होने पर तुरंत संज्ञान लिया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है