कल्पवासियों की भक्ति परवान पर

बीहट : काशी के विद्वान पंडितों के द्वारा सिमरिया के गंगा तट पर महाआरती की भव्य प्रस्तुति उपस्थित श्रद्धालुओं व कल्पवासियों में धार्मिक आस्था का भाव और गहरा कर दिया. गंगा मंच से उद्घाटन होने के उपरांत रविवार की शाम गंगा स्तुति निकली. प्रभु की पद पंकज से एवं गंगा आरती जय गंगे माता की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 22, 2019 7:03 AM

बीहट : काशी के विद्वान पंडितों के द्वारा सिमरिया के गंगा तट पर महाआरती की भव्य प्रस्तुति उपस्थित श्रद्धालुओं व कल्पवासियों में धार्मिक आस्था का भाव और गहरा कर दिया. गंगा मंच से उद्घाटन होने के उपरांत रविवार की शाम गंगा स्तुति निकली. प्रभु की पद पंकज से एवं गंगा आरती जय गंगे माता की भजन प्रस्तुति पर राममणि शर्मा, दुष्यंत मिश्रा, राजमन पांडेय, कपिल शुक्ला, पुष्पेंद्र मिश्रा, उपेंद्र त्रिपाठी, बृजिकशोर तिवारी, महेंद्र तिवारी द्वारा की गयी भावपूर्ण आरती ने लोगों को भाव-विभोर कर दिया.

वाराणसी के शीतला घाट गंगोत्री सेवा समिति से आये महाआरती राममणि शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान मां गंगे की सात प्रकार से अलग-अलग आरती व पूजा-अर्चना की जाती है. सबसे पहले अगरबत्ती फिर गौहरी के बाद झाड आरती, शिव तांडव के भजन पर कपूर आरती, चंवर, पंखा और फिर रूमाल से मां गंगा की आरती उतारी जाती है.
जिसे प्रत्यक्ष देख-सुनकरश्रद्धालुओं के दोनों हाथ स्वत: नमस्कार की मुद्रा में जुड़ जाते हैं और फिर गायक सुजन कौशिक तथा दीपक ढकाल की तबलाबंदी पर गाये भजन हर-हर महादेव शंभू, काशी विश्वनाथ शंभो तथा जय भगीरथ नंदनी को सुनकर श्रद्धालु मगन होकर झूमने-नाचने पर मजबूर हो गये.
ज्ञानदीप प्रज्वलित कर गंगा महाआरती का किया विधिवत उद्घाटन:सर्वमंगला के अधिष्ठाता स्वामी चिदात्मनजी महाराज की गौरवमयी उपिस्थति में श्रम संसाधन व जिला प्रभारी मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने दीप प्रज्विलत कर कुंभ सेवा समिति द्वारा आयोजित गंगा महाआरती का उत्सवी आगाज किया. कुंभ सेवा समिति को धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा कल्पवास मेले के अवसर पर गंगा महाआरती के आयोजन से सिमरिया की प्रतिष्ठा और बढ़ी है.
वहीं कुंभ सेवा समिति के महासचिव रजनीश कुमार ने कहा सिमरिया धाम को आदि कुंभस्थली के रूप में देश व दुनिया के मानचित्र पर प्रतिष्ठित करने के लिए कुंभ सेवा समिति प्रयासरत है और यह हम सबके सामूहिक सहयोग से ही संभव है.
उन्होंने कहा सिमरिया को देश-दुनिया में पुनर्स्थापित करने के प्रयास के लिए स्वामी चिदात्मनजी महाराज के अवदानों का समाज सदा ऋणी रहेगा. जिन्होनें आनेवाली पीढ़ियों को उस पर गौरवांवित करने का संकल्प लिया है. इस अवसर पर उन्होंने गंगा को अविरल और उसके घाट को स्वच्छ रखने के लिए उपस्थित लोगों को संकल्प दिलाया.
यजमान बने जिला प्रभारी मंत्री ने की गंगा आरती:रविवार को शुरू हुई गंगा आरती में श्रम संसाधन मंत्री सह जिला प्रभारी मंत्री विजय कुमार सिन्हा मुख्य यजमान बने. उनके साथ अलग-अलग वेदियों पर डीएम अरविंद कुमार वर्मा, एसडीएम सदर संजीव कुमार चौधरी, सदर डीएसपी राजन सिन्हा तथा मेला प्रभारी कुमार धनंजय ने वैदिक मंत्रोच्चारणों के बीच गंगा पूजन और आरती की.
इस अवसर पर कुंभ सेवा समिति ने अतिथियों को पुष्पगुच्छ तथा अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया .मौके पर कुंभ सेवा समिति के अध्यक्ष डॉ नलिनी रंजन सिंह, महासचिव विधान पार्षद रजनीश कुमार, संयोजक संजय सिंह, अशोक कुमार सिंह, पूर्व महापौर संजय सिंह, डॉ बलवन, आभा सिंह, रामाशीष सिंह, मुन्ना सिंह सहित अन्य मौजूद थे.
स्वामी चिदात्मनजी महाराज ने दिया साधुवाद
कार्यक्रम के अंत में सर्वमंगला के अधिष्ठाता स्वामी चिदात्मनजी महाराज ने गंगा महाआरती के आयोजन के लिए कुंभ सेवा समिति और कल्पवास मेले को हर प्रकार से व्यवस्थित और सजाने-संवारने में लगी शासन-प्रशासन को साधुवाद दिया. उन्होंने सिमरिया में मां पराम्बा आद्याशिक्त जगत जननी सीता और मिथिला के वैभव को पुर्नस्थापित करने के लिए जानकी पौड़ी का निर्माण बहुप्रतीक्षित जन आकांक्षा है, क्योंकि मिथिला की संस्कृति ही विश्व के सारे संस्कृतियों की जननी है.
इस मौके पर सर्वमंगला परिवार ने गंगा आरती के पंडित कलाकारों सहित उपस्थित कुंभ सेवा समिति और अन्य जनप्रतिनिधियों को सम्मानित किया. मौके पर रवींद्र ब्रह्मचारी, मीडिया प्रभारी नीलमणि सहित अन्य मौजूद थे. कार्यक्रम का संचालन उमेश मिश्र ने किया.

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