बेगूसराय : सिंघौल ओपी थाना क्षेत्र के मचहा गांव में रविवार की रात अपराधियों ने एक ही परिवार के तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी. मृतकों की पहचान मचहा गांव निवासी अशोक सिंह के 40 वर्षीय पुत्र कुणाल सिंह, पत्नी 35 वर्षीया कंचन देवी और उनकी पुत्री 17 वर्षीया इंटर की छात्रा सोनम कुमारी के रूप में हुई है. इसकी सूचना मिलते ही मचहा गांव समेत आसपास के इलाकों में सनसनी फैल गयी.
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दीपावली की रात ट्रिपल मर्डर से दहल उठा मचहा गांव
बेगूसराय : सिंघौल ओपी थाना क्षेत्र के मचहा गांव में रविवार की रात अपराधियों ने एक ही परिवार के तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी. मृतकों की पहचान मचहा गांव निवासी अशोक सिंह के 40 वर्षीय पुत्र कुणाल सिंह, पत्नी 35 वर्षीया कंचन देवी और उनकी पुत्री 17 वर्षीया इंटर की छात्रा सोनम […]
दीवाली का पर्व मना रहे लोगों में मातमी सन्नाटा पसर गया. घटना के बाद मचहा गांव के ग्रामीण कुछ भी बताना नहीं चाह रहे थे. सूचना मिलते ही देर रात्रि में एसपी अवकाश कुमार, सदर डीएसपी राजन सिन्हा, मुफस्सिल थानाध्यक्ष राजविन्दु प्रसाद, नगर थानाध्यक्ष अमरेंद्र झा और सिघौंल ओपी अध्यक्ष मनीष कुमार अपने सशस्त्र पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे.
एसपी और डीएसपी ने मिलकर घटनास्थल पर पहुंचकर मृतक के दो पुत्रों में बड़े पुत्र शिवम और छोटे पुत्र सत्यम के अलावे अन्य ग्रामीणों से घटना के संबंध में गहन पूछताछ की. इसके शव को पुलिस ने अपने कब्जे में लेकर देर रात्रि में बेगूसराय सदर अस्पताल पोस्टमार्टम कराने के लिए भेज दिया.
अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम जगह-जगह रात्रि में छापेमारी की लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी. घटनास्थल पर से पुलिस ने 16 खोखे बरामद किया है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
छोटे भाई ने अपने साथियों के साथ दिया घटना को अंजाम :मृतक कुणाल सिंह का 13 वर्षीय पुत्र शिवम कुमार ने बताया कि मेरे छोटे चाचा विकास सिंह और उनके अन्य साथियों ने मिलकर मेरे पापा, मम्मी और मेरी इकलौती बहन की गोली मारकर हत्या कर दी.
उन्होंने बताया कि 10:30 बजे रविवार की रात्रि में मेरे घर में आये और पहले मेरे पापा को गोली मारी. उसके बाद मेरी मम्मी एवं मेरी बहन की गोली मारकर हत्या की. तीनों की हत्या करने के बाद जब घर से बाहर विकास निकल रहे थे, तो हम दोनों भाई घर के बाहर में दीवाली मना रहे थे. जब उन्होंने मुझे देखा तो मुझे भी पकड़ कर मेरे मुंह में पिस्टल का नाल घुसा कर जान से मार रहे थे लेकिन उनके हथियार की गोली नहीं छूटी.
उसके बाद मैंने अपने मोबाइल से उनके मुंह पर मार कर घर के अंदर भाग गया, तो घर में देखा कि मेरी मम्मी,पापा और मेरी बहन खून से लथपथ जमीन पर पड़ी थी और तीनों लोग दम तोड़ चुके थे. दौड़कर आसपास के लोगों को घटना की जानकारी दी. लेकिन किसी ने मेरे घर पर आने का साहस नहीं किया.
चाचा-चाची की भी कर दी थी हत्या :अशोक सिंह का छोटा पुत्र विकास सिंह के द्वारा अपने चाचा अरुण सिंह की हत्या वर्ष 2012 में और चाची मुन्नी देवी की भी हत्या 2017 में गोली मारकर कर दी गयी थी. करीब चार बीघे जमीन का विवाद शुरू से चल रहा है.
अपने चाचा-चाची की हत्या करने के बाद विकास सिंह के अपने सगे बड़े भाई कुणाल सिंह उस दोनों मर्डर केसों में गवाह बने थे. उस केसों में गवाही नहीं देने के लिए कई बार विकास ने घर आकर अपने बड़े भाई को धमकी भी दी थी.
मृतक के परिजनों ने बताया कि अपना सहोदर भाई विकास सिह ने गवाही नहीं देने की रंजिश में तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी.
डकैती के केस में जेल से निकला था कुणाल :मुफस्सिल थानाध्यक्ष राजविंदु प्रसाद ने बताया कि तीनों शव के पास से पुलिस ने 16 गोलियों का खोखा बरामद की.
मृक कुणाल सिंह समस्तीपुर जिले में एक डकैती के केस में तीन माह पहले पुलिस ने उन्हें पकड़ कर जेल भेजा था. अब भी उनके पिता अशोक सिह शराब के गोरखधंधे में एक माह से जेल के अंदर बंद है. अपराधी विकास सिंह मृतक कुणाल सिंह का अपना सहोदर छोटा भाई है. फिलहाल वह बेल पर बाहर निकला था. एफआइआर दर्ज होने के बाद पुलिस त्वरित कार्रवाई करेगी.
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