कल्पवास मेले में भागवत कथा का समापन
बीहट़ सनातन धर्म का स्वरूप विराट है.जो सबको अपने में समा लेता है.धर्म का कोई संप्रदाय नहीं होता. सनातन धर्म वट-वृक्ष है. इसकी एक ही जड़ है, मानव धर्म. उपर्युक्त बातें स्वामी चिदात्मन जी ने एक माह से चल रही भागवत कथा की सामाप्ति के दौरान कहीं. मौके पर रवींद्र ब्रह्मचारी, सुरेंद्र प्रसाद सिंह, डॉ […]
बीहट़ सनातन धर्म का स्वरूप विराट है.जो सबको अपने में समा लेता है.धर्म का कोई संप्रदाय नहीं होता. सनातन धर्म वट-वृक्ष है. इसकी एक ही जड़ है, मानव धर्म. उपर्युक्त बातें स्वामी चिदात्मन जी ने एक माह से चल रही भागवत कथा की सामाप्ति के दौरान कहीं. मौके पर रवींद्र ब्रह्मचारी, सुरेंद्र प्रसाद सिंह, डॉ घनश्याम झा,प्रो पीके झा,प्रेम सहित अन्य लोगों ने भाग लिया.