निजी बोरिंग पर निर्भर हैं किसान
तेघड़ा . दामोदरपुर पंचायत में सिंचाई सुविधा बढ़ाने के लिए दो दशक पूर्व चार राजकीय नलकूप बने. फिलवक्त सभी मृत हैं. कई का तो वजूद मिट चुका है. राजकीय नलकूपों के निष्क्रिय होने से असिंचित भूमि का रकबा बढ़ रहा है. किसान निजी बोरिंग पर निर्भर हैं. उन्हें महंगी दर पर पटवन करवाना पड़ता है.
तेघड़ा . दामोदरपुर पंचायत में सिंचाई सुविधा बढ़ाने के लिए दो दशक पूर्व चार राजकीय नलकूप बने. फिलवक्त सभी मृत हैं. कई का तो वजूद मिट चुका है. राजकीय नलकूपों के निष्क्रिय होने से असिंचित भूमि का रकबा बढ़ रहा है. किसान निजी बोरिंग पर निर्भर हैं. उन्हें महंगी दर पर पटवन करवाना पड़ता है.