अपने स्वभाव के लिए जाने जाते थे डॉ बी चौधरी
तसवीर-डॉ बी चौधरीतसवीर-4बेगूसराय (नगर). शहर की प्रोफेसर कॉलोनी में रह रहे डॉ बी चौधरी तो अब नहीं रहे, लेकिन चिकित्सा के क्षेत्र में उनके द्वारा किया गया सकारात्मक प्रयास हमेशा जिला ही नहीं, राज्य के अन्य जिले के लोगों के लिए भी प्रेरणास्रोत बना रहेगा. आइओसी से सेवानिवृत्ति के उपरांत एक जून, 1989 से प्रोफेसर […]
तसवीर-डॉ बी चौधरीतसवीर-4बेगूसराय (नगर). शहर की प्रोफेसर कॉलोनी में रह रहे डॉ बी चौधरी तो अब नहीं रहे, लेकिन चिकित्सा के क्षेत्र में उनके द्वारा किया गया सकारात्मक प्रयास हमेशा जिला ही नहीं, राज्य के अन्य जिले के लोगों के लिए भी प्रेरणास्रोत बना रहेगा. आइओसी से सेवानिवृत्ति के उपरांत एक जून, 1989 से प्रोफेसर कॉलोनी, बेगूसराय में निजी प्रैक्टिस जीवन पर्यंत करते रहे. डॉ चौधरी की निष्ठा, मेधा एवं साफगोई के चलते बेगूसराय के चिकित्सकों, मरीजों, उनके परिवारवालों एवं बेगूसराय की आम जनता के बीच काफी लोकप्रिय रहे. 12.7.1951 को इनका विवाह बल्लीपुर समस्तीपुर के शीला देवी के साथ हुआ था. तीन दिसंबर को श्हर के पिपरा रोड में डॉ चौधरी ने अंतिम सांस ली थी. इसके बाद जिले में खास कर चिकित्सा समुदाय में शोक की लहर छा गयी. उनके श्राद्ध कर्म के मौके पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया है. इसमें उनके गुणों का बखान कर लोग उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे.