400 से 450 रुपये बैग मिलता है यूरिया
बारिश से यूरिया की मांग बढ़ी, खाद कि किल्लत से किसान परेशानबीएओ ने कहा, जरूरत के मुताबिक उपलब्ध है यूरिया, कालाबाजारियों पर होगी कार्रवाईछौड़ाही. मौसम के बदलते मिजाज के बीच गत 48 घंटे के दौरान क्षेत्र में हुई बारिश के चलते किसानों के चेहरे पर खुशी देखी जा रही है. बारिश ने खेतों में लगी […]
बारिश से यूरिया की मांग बढ़ी, खाद कि किल्लत से किसान परेशानबीएओ ने कहा, जरूरत के मुताबिक उपलब्ध है यूरिया, कालाबाजारियों पर होगी कार्रवाईछौड़ाही. मौसम के बदलते मिजाज के बीच गत 48 घंटे के दौरान क्षेत्र में हुई बारिश के चलते किसानों के चेहरे पर खुशी देखी जा रही है. बारिश ने खेतों में लगी फसलों मे जान डाल दी है. खेतों में पर्याप्त नमी आ जाने के कारण किसानों के सामने फसलों में यूरिया डालने की जरूरत आन पड़ी है. खाद की बनावटी किल्लत के चलते यूरिया उचित कीमत पर किसानों को मिल नहीं पा रहा है. 298 रुपये प्रति बैग सरकारी कीमत रहने के बावजूद क्षेत्र में किसानों को 400 से 450 रुपये प्रति बैग ज्यादा यूरिया की कीमत चुकाना पड़ता है. एक सौ से डेढ़ सौ रुपये प्रति बैग ज्यादा यूरिया की कीमत भरने के चलते क्षेत्रीय किसानों में गुस्सा देखा जा रहा है. बरदाहा के किसान शंभू झा, हरेरामपुर के विद्या राय, सिहमा के विकास राय,भोजा के फूलेंद्र चौधरी, शाहपुर के सूरज महतो आदि का कहना है कि सरकार की खाद कालाबाजारियों पर नियंत्रण नहीं है. महंगी खेती-किसानी होने से वैसे ही किसानों की कमर टूटी रहती है. पूरे जिले में यूरिया खाद की आवश्यकता 15 हजार एमटी के विरुद्ध मात्र 08 हजार एमटी यूरिया का ही आवंटन स्वीकृत किया गया था. आवंटन के विरुद्ध बीते साल तक महज एक हजार एमटी यूरिया ही जिला को आपूर्ति की जा सकी. इस संबंध में पूछे जाने पर प्रखंड कृ षि पदाधिकारी मकेश्वर पासवान ने बताया कि क्षेत्र में जरूरत के मुताबिक यूरिया खाद उपलब्ध है. उर्वरक विक्रेताओं पर नजर रखी जा रही है. यूरिया की निर्धारित से ज्यादा कीमत वसूले जाने की शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जायेगी.