बूढ़े बाप ने दिया बेटे की अरथी को कंधा / कंपा
नीमाचांदपुरा. 75 वर्षीय चानो पासवान कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि जवान बेटे की अरथी को कंधा देना पड़ेगा. लेकिन भगवान को यही मंजर था. मोहनपुर के पास सड़क हादसे में मारे गये सिकरौला के बबलू पासवान की अरथी को जब बूढ़े बाप ने कंधा दिया, तो उपस्थित लोगों की आंखें नम हो […]
नीमाचांदपुरा. 75 वर्षीय चानो पासवान कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि जवान बेटे की अरथी को कंधा देना पड़ेगा. लेकिन भगवान को यही मंजर था. मोहनपुर के पास सड़क हादसे में मारे गये सिकरौला के बबलू पासवान की अरथी को जब बूढ़े बाप ने कंधा दिया, तो उपस्थित लोगों की आंखें नम हो गयीं. ग्रामीणों ने बताया कि बीमार चानो पासवान का इलाज कराने के लिए बबलू सहित पूरा परिवार पंजाब से घर आ रहे थे. गांव की दहलीज पर पांव पड़ने से पहले ही परिवार के तीन सदस्य काल के गाल में समा गये. बूढ़ी मां उत्क्रमित मध्य विद्यालय, सिकरौला की रसोइया हैं. एक बहन अभी भी अविवाहित है. ऐसे में अब चानो पासवान के चेहरे पर खुद का इलाज कराने, जवान बेटे की मौत का दर्द व बेटी की शादी की चिंता सताने लगी है.