सुबह से शाम तक सांत्वना देनेवालों का तांता
तसवीर- तीन शवों के अंतिम संस्कर के लिए रंथी बनाने में जुटे ग्रामीणतसवीर-18बेगूसराय (नगर). किसी को पता नहीं था कि सिकरौला गांव के लिए गुरुवार मनहूस साबित होगा और एक ही परिवार के तीन लोगों की अरथियां निकलेंगी. जैसे यह मनहूस खबर लोगों तक अहले सुबह पहुंची कि परिजनों में कोहराम मच गया. परिवार के […]
तसवीर- तीन शवों के अंतिम संस्कर के लिए रंथी बनाने में जुटे ग्रामीणतसवीर-18बेगूसराय (नगर). किसी को पता नहीं था कि सिकरौला गांव के लिए गुरुवार मनहूस साबित होगा और एक ही परिवार के तीन लोगों की अरथियां निकलेंगी. जैसे यह मनहूस खबर लोगों तक अहले सुबह पहुंची कि परिजनों में कोहराम मच गया. परिवार के साथ लौट रहे बबलू को यह पता नहीं था कि उसका सपना रास्ते में ही चूर हो जायेगा और वह अपने परिवार से सदा के लिए अलग हो जायेगा. दुर्घटना के बाद तीनों शवों को गमगीन माहौल के बीच गांव लाया गया, जहां इस दृश्य को देख कर लोगों की आंखें नम हो गयी. मृतक के घर मातमपुरसी के लिए दिन भर लोगों का तांता लगा रहा. आने वाले लोग इस हादसे को दु:खद बता रहे थे. ज्ञात हो कि जिस हादसे में तीन लोगों की जानें गयी हैं. उससे पूर्व भी इस जगह पर कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. वर्ष 2009 में बेगूसराय-रोसड़ा पथ पर खम्हार कुंद ढाला के पास सड़क हादसे में छह लोगों की मौत : वर्ष 2010 में मोहनपुर आठवां ढाला के पास दो वाहनों की टक्कर में 12 लोग मरे