दिनकर उच्च विद्यालय सिमरिया में रचना प्रणभंग पर परिचर्चा आयोजित
बीहट़ दिनकर उच्च विद्यालय सिमरिया में शुक्रवार को दिनकर पुस्तकालय के तत्वावधान में राष्ट्रकवि दिनकर की प्रथम प्रबंध काव्य रचना प्रणभंग पर परिचर्चा आयोजित की गयी.मुख्य वक्ता जनकवि दीनानाथ सुमित्र ने कहा जयद्रघ वध से प्रेरित होकर मात्र 20 साल की उम्र में दिनकरजी ने प्रणभंग की रचना की.इस रचना में भूत,वर्तमान, भविष्य तीन काल […]
बीहट़ दिनकर उच्च विद्यालय सिमरिया में शुक्रवार को दिनकर पुस्तकालय के तत्वावधान में राष्ट्रकवि दिनकर की प्रथम प्रबंध काव्य रचना प्रणभंग पर परिचर्चा आयोजित की गयी.मुख्य वक्ता जनकवि दीनानाथ सुमित्र ने कहा जयद्रघ वध से प्रेरित होकर मात्र 20 साल की उम्र में दिनकरजी ने प्रणभंग की रचना की.इस रचना में भूत,वर्तमान, भविष्य तीन काल समाहित है.परिचर्चा में दिनकर के सुपुत्र केदार नाथ सिंह,प्रधानाध्यापक परमानंद सिंह, सर्वेश कुमार सहित अन्य लोगों ने विचार प्रकट किया.विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा प्रणभंग काव्य की स्वर पाठ किया गया.मंच संचालन संजीव फिरोज व धन्यवाद ज्ञापन ब्रदी प्रसाद राय ने किया.बैठक की अध्यक्षता विशम्भर प्रसाद सिंह ने किया.मौके पर देवव्रत सिंह, पुरूषोत्तम सिंह,राजेंद्र राय,रामवरण सिंह, रामनाथ सिंह उपस्थित थे.