केंद्र की जनविरोधी सरकार को उखाड़ फेंके
छौड़ाही में सीपीआइ का हुआ सातवां अंचल सम्मेलन छौड़ाही. दिल्ली की गद्दी पर बैठी केंद्र सरकार पूंजीपतियों की सरकार है. उसे आम जनता, गरीब,मजलूमों की भलाई, सामाजिक व आर्थिक उत्थान से कोई लेना-देना नहीं है. देश में गैर बराबरी का माहौल अभी भी कायम है. उक्त बातें राजेंद्र महतो नगर छौड़ाही में आयोजित सीपीआइ के […]
छौड़ाही में सीपीआइ का हुआ सातवां अंचल सम्मेलन छौड़ाही. दिल्ली की गद्दी पर बैठी केंद्र सरकार पूंजीपतियों की सरकार है. उसे आम जनता, गरीब,मजलूमों की भलाई, सामाजिक व आर्थिक उत्थान से कोई लेना-देना नहीं है. देश में गैर बराबरी का माहौल अभी भी कायम है. उक्त बातें राजेंद्र महतो नगर छौड़ाही में आयोजित सीपीआइ के सातवें अंचल सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व विधान पार्षद उषा सहनी ने कहीं. उषा सहनी ने केंद्र की जनविरोधी सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान लोगों से किया. जिला मंत्री गणेश सिंह ने कार्यकर्ताओं से वर्तमान राजनीतिक परिस्थिति में पार्टी के अंदर एकता बनाये रखने की अपील की. दो दिनों तक चलने वाले सम्मेलन का आगाज पार्टी के जिला मंत्री ने ध्वजारोहण कर किया. अंचल मंत्री गुणेश्वर सहनी की अध्यक्षता में आयोजित सम्मेलन में प्रस्ताव लाये जाने के बाद प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया. सर्वसम्मति से गुणेश्वर सहनी को पार्टी का अंचल मंत्री चुना गया, जबकि राम विनोद राय को सहायक मंत्री चुना गया. इसके अलावे 27 सदस्यीय अंचल परिषद का गठन किया गया. सम्मेलन में राम पदार्थ सिंह,प्रणव कुमार, उमेश चौरसिया, नाथो यादव, विमलेश चौधरी समेत पार्टी प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया.