मठ-मंदिरों में शांति जरूरी

ठाकुरबाड़ी में महंत की मारपीट के बाद एकजुट हुए साधु-संत सूजा मठ में संतों की हुई बैठक ठाकुरबाड़ी के संचालन, पूजा-पाठ व विकास कार्यों की देखरेख का जिम्मा सौंपा गया सुलझाया गया विवाद तसवीर- बैठक में भाग लेते संत व प्रतिनिधितसवीर-9(आवश्यक)बेगूसराय (नगर). पहाड़ी बाबा स्थान ठाकुरबाड़ी, सिमरिया रू पनगर में विगत दिनों महंत के साथ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 15, 2015 10:03 PM

ठाकुरबाड़ी में महंत की मारपीट के बाद एकजुट हुए साधु-संत सूजा मठ में संतों की हुई बैठक ठाकुरबाड़ी के संचालन, पूजा-पाठ व विकास कार्यों की देखरेख का जिम्मा सौंपा गया सुलझाया गया विवाद तसवीर- बैठक में भाग लेते संत व प्रतिनिधितसवीर-9(आवश्यक)बेगूसराय (नगर). पहाड़ी बाबा स्थान ठाकुरबाड़ी, सिमरिया रू पनगर में विगत दिनों महंत के साथ की गयी मारपीट के बाद रविवार को सूजा मठ में एक बैठक की गयी, जिसमें महंत त्रिभुवन दास, महंत शंकर दास शामिल हुए. बैठक में सर्वसम्मति से विगत दिनों पहाड़ी बाबा ठाकुरबाड़ी के अवध दास और अधिवक्ता राधाकांत चौधरी के बीच चल रहे तनाव का पटाक्षेप किया गया. वहीं, ठाकुरबाड़ी के संचालन, पूजा-पाठ और विकास कार्यों की देखरेख के लिए रामसेवक दास, मौनी बाबा को जिम्मा दिया गया. मौके पर सूजा मठ के महंत शंकर दास ने कहा कि जिले के अंदर मठों-मंदिरों का सार्वजनिक विकास हो, इसके लिए हमें मिल-जुल कर प्रयास करना चाहिए. वहीं, भाजपा नेता रामलखन सिंह ने कहा कि मठ-मंदिर लोगों के आस्था का केंद्र है. हमें वहां के मर्यादाओं का पालन करना चाहिए. मौके पर मठ-मंदिरों के विकास का भी संकल्प लिया गया. मौके पर लाखो के मुखिया प्रतिनिधि राजेश कुमार सिंह, सिमरिया एक के मुखिया कृष्ण कुमार शर्मा, सिमरिया दो के मुखिया रामानुज राय समेत अन्य प्रतिनिधि उपस्थित थे.

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