नलकूप खराब होने से किसान परेशान
मंसूरचक. प्रखंड क्षेत्र के सभी राजकीय नलकूपों की स्थिति दिन-प्रतिदिन काफी खराब होती जा रही है. नतीजा है कि किसानों की परेशानियां लगातार बढ़ती जा रही हंै. बताया जाता है कि करोड़ों रुपये की लागत से स्थापित सभी स्टेट बोरिंग खराब हैं. वहीं नाला भी जीर्ण-शीर्ण अवस्था में पड़ा हुआ है. इसे देखनेवाला कोई नहीं […]
मंसूरचक. प्रखंड क्षेत्र के सभी राजकीय नलकूपों की स्थिति दिन-प्रतिदिन काफी खराब होती जा रही है. नतीजा है कि किसानों की परेशानियां लगातार बढ़ती जा रही हंै. बताया जाता है कि करोड़ों रुपये की लागत से स्थापित सभी स्टेट बोरिंग खराब हैं. वहीं नाला भी जीर्ण-शीर्ण अवस्था में पड़ा हुआ है. इसे देखनेवाला कोई नहीं है. किसान महंगी दर पानी खरीद कर खेतों में देने को मजबूर हो रहे हैं. इस संबंध में किसानों का कहना है कि सरकार कृषि को आधुनिक तौर-तरीके अपनाने एवं कृषि को बढ़ावा देने की बात करती है, लेकिन संसाधन को दुरुस्त करने की दिशा में कोई पहल नहीं की जा रही है, जिससे किसानों की माली हालत दिन-प्रतिदिन खराब होती जा रही है. बताया जाता है कि डीजल के मूल्य में लगातार वृद्धि होने से किसान 150 रुपये प्रति घंटा पानी खरीद कर अपने खेतों में फसलों की जान बचा रहे हैं और स्वयं हलाल हो रहे हैं. कृषक विपिन सिंह, बिंदेश्वरी महतो, डब्ल्यू सिंह, रामविनोद सिंह, मदन सिंह, रवि कुमार, राजीव कुमार समेत अन्य किसानों ने बताया कि स्टेट बोरिंग के ठप होने से कृषि की लागत पूंजी बढ़ गयी है. सिंचाई के मद में अधिक खर्च खेती किसानों के लिए घाटे का सौदा बन रहा है. क्षेत्रीय किसानों ने शासन एवं प्रशासन से सभी खराब स्टेट बोरिंगों को चालू कर किसानों की माली हालत सुधारने की मांग की है.