शिक्षकों के साथ दोतरफा व्यवहार

जिला शिक्षक संघ का समाहरणालय में आयोजित चार दिवसीय धरना समाप्त बेगूसराय(नगर) : शिक्षा व शिक्षकों के साथ राज्य सरकार नाइंसाफी कर रही है. इसका खामियाजा इस सरकार को आनेवाले बिहार विधानसभा के चुनाव में भुगतना पड़ेगा. उक्त बातें जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के द्वारा अपनी मांगों को लेकर समाहरणालय पर आयोजित चार दिवसीय धरने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 19, 2015 8:23 AM

जिला शिक्षक संघ का समाहरणालय में आयोजित चार दिवसीय धरना समाप्त

बेगूसराय(नगर) : शिक्षा व शिक्षकों के साथ राज्य सरकार नाइंसाफी कर रही है. इसका खामियाजा इस सरकार को आनेवाले बिहार विधानसभा के चुनाव में भुगतना पड़ेगा. उक्त बातें जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के द्वारा अपनी मांगों को लेकर समाहरणालय पर आयोजित चार दिवसीय धरने को संबोधित करते हुए भाजपा के जिलाध्यक्ष संजय सिंह ने कहीं. उन्होंने कहा कि शिक्षकों की मांग जायज है.

एक ही विद्यालय में शिक्षकों के साथ दो तरह का व्यवहार किया जा रहा है. उन्होंने समान काम के लिए समान वेतन की मांग को जायज ठहराते हुए शिक्षकों की मांगों की दिशा में सकारात्मक पहल राज्य सरकार से करने की मांग की. धरने के अंतिम दिन मंझौल और बखरी अनुमंडलों के शिक्षकों ने धरने के माध्यम से जोरदार आवाज बुलंद की.

अध्यक्षता मंझौल और बखरी अनुमंडल अध्यक्ष क्रमश: गीता प्रसाद मेहता और सुरेश राय नेकी. संचालन अनुमंडल सचिव बखरी विजय कुमार पोद्यार एवं मंझौल अनुमंडल सचिव मुन्ना कुमार ने किया. धरने को संबोधित करते हुए जिला पर्षद की अध्यक्षा इंदिरा देवी ने कहा कि राज्य सरकार को शिक्षकों की मांगों की दिशा में अविलंब पहल करनी चाहिए. शिक्षक समाज के दर्पण होते हैं.

जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष उमानंद चौधरी ने कहा कि राज्य संघ के आह्वान पर पिछले चार दिनों से अनुमंडलवार समाहरणालय पर धरना कार्यक्रम चलाया गया. इसमें अलग-अलग अनुमंडल के सदस्यों ने जिस चट्टानी एकता के साथ कार्यक्रम को सफल बनाया है, उससे जिला माध्यमिक शिक्षक संघ की एकजुटता प्रदर्शित होती है. अगर इस आंदोलन से भी राज्य सरकार की कुंभकरणी नींद नहीं टूटी तो संघ आंदोलन को और तेज करेगा.

धरने को शिक्षक नेता डॉ सुरेश प्रसाद राय, सुधाकर राय, भगीरथ प्रसाद राय, दिवाकर सिंह समेत अन्य शिक्षकों ने संबोधित किया. बाद में संघ का प्रतिनिधिमंडल जिलाध्यक्ष उमानंद चौधरी के नेतृत्व में अपनी मांगों का स्मारपत्र जिला प्रशासन को सौंपा.

Next Article

Exit mobile version