पोल में सटते ही बालक की मौत
हादसा. विरोध में आक्रोशित लोगों ने बरौनी-तेघड़ा पथ को किया ठप तेघड़ा थाना क्षेत्र के बिढ़नियां बाजार गांव में सोमवार को सोमवार को 12 वर्षीय गणोश कार्तिक की मौत बिजली पोल की चपेट में आने से हो गयी. मौत का कारण पोल में विद्युत प्रवाहित था. विरोध में ग्रामीणों ने बरौनी फ्लैग गांव के निकट […]
हादसा. विरोध में आक्रोशित लोगों ने बरौनी-तेघड़ा पथ को किया ठप
तेघड़ा थाना क्षेत्र के बिढ़नियां बाजार गांव में सोमवार को सोमवार को 12 वर्षीय गणोश कार्तिक की मौत बिजली पोल की चपेट में आने से हो गयी. मौत का कारण पोल में विद्युत प्रवाहित था. विरोध में ग्रामीणों ने बरौनी फ्लैग गांव के निकट बरौनी-तेघड़ा पथ पर आवागमन को ठप कर दिया.
आक्रोशित लोगों का आरोप था कि विद्युत विभाग की लचर व्यवस्था के कारण इस तरह की घटनाएं बराबर घटती हैं. जाम की सूचना मिलते ही एसडीओ ने घटनास्थल पर पहुंच कर मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता देकर जाम को समाप्त करावाया.
बरौनी : तेघड़ा थाना क्षेत्र के बिढ़नियां बाजार गांव में सोमवार को करेंट प्रवाहित विद्युत पोल की चपेट में आने से बरौनी तीन पंचायत निवासी चमरू साह के 12 वर्षीय पुत्र गणोश कार्तिक की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. इस घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने बरौनी फ्लैग गांव के निकट बरौनी-तेघड़ा पथ पर आवागमन को ठप कर दिया. आक्रोशित लोगों ने शव के साथ लगभग दो घंटे तक विरोध प्रदर्शन किया.
घटना के संबंध में बताया जाता है कि उक्त बालक खेल रहा था. इसी क्रम में करंट प्रवाहित बिजली के पोल में वह सट गया, जिससे उसकी मौत हो गयी. सड़क जाम की सूचना मिलते ही तेघड़ा के एसडीओ सुभाषचंद्र मंडल, तेघड़ा के थानाध्यक्ष गजेंद्र कुमार समेत अन्य पदाधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंच कर सड़क जाम कर रहे आक्रोशित लोगों को समझा-बुझा कर शांत कराया. इसके बाद जाम को हटाया गया. मौके पर एसडीओ ने बताया कि बरौनी फ्लैग गांव में बिजली विभाग की लापरवाही के कारण उक्त हादसा हुआ है. पीड़ित परिवार को मासूम बालक के अंतिम संस्कार के लिए तत्काल प्रशासन की ओर से तीन हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गयी.
घटनास्थल पर मौजूद पदाधिकारियों ने पीड़ित परिवार को हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया. घटना के संबंध में तेघड़ा थाने में यूडी केस दर्ज किया गया है. मौके पर स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि बिजली विभाग की लापरवाही के कारण आये दिनों क्षेत्र में इस तरह की घटनाएं हो रही हैं.
इसके बाद भी विभाग बिजली की जजर्र व्यवस्था को दुरुस्त करने की दिशा में सकारात्मक पहल नहीं कर रहा है. ग्रामीणों का कहना था कि अगर विभाग के द्वारा लचर विद्युत व्यवस्था को दुरुस्त नहीं किया गया तो विभाग के खिलाफ आंदोलन तेज किया जायेगा.