मांगलिक गीतों के बीच में ही मची रोने की चीख-पुकार

बेगूसराय (नगर) : .. और मांगलिक गीत चीख-पुकार में बदल गये. ठीक ही कहा गया है कि किस्मत में जो लिखा है वही होता है. कुछ इसी तरह की बात मटिहानी थाना क्षेत्र के रचियाही गांव में देखने को मिली. रचियाही के लोगों को क्या पता था कि दुल्हन की डोली के बदले गांव से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 3, 2015 9:45 AM
बेगूसराय (नगर) : .. और मांगलिक गीत चीख-पुकार में बदल गये. ठीक ही कहा गया है कि किस्मत में जो लिखा है वही होता है. कुछ इसी तरह की बात मटिहानी थाना क्षेत्र के रचियाही गांव में देखने को मिली.
रचियाही के लोगों को क्या पता था कि दुल्हन की डोली के बदले गांव से तीन लोगों की अरथी एक साथ निकलेगी. जैसे ही यह मनहूस खबर गांव में पहुंची, चारों तरफ कोहराम मच गया. लोगों को यह समझ में नहीं आ रहा था कि महज कुछ घंटे पूर्व ही बैंड-बाजे के साथ खुशी-खुशी निकली यह बरात अचानक गमगीन कैसे हो गयी.
नया टोला के रचियाही निवासी स्व शिवशंकर राय के द्वितीय पुत्र सुंजीत कुमार की बरात सरमेरा थाना क्षेत्र के चंदा गांव निवासी अनिल राय के गांव गयी. शादी के बाद लौट रही सूमो गाड़ी के चालक की लापरवाही के कारण गढ्ढे में पलट गयी. गाड़ी में सवार सभी लोग दरवाजा लगने के तुरंत बाद लौट गये.
चालक रास्ता भटक गया. एक घंटे के बाद सही रास्ता मिलने के बाद वह तेज गति से गाड़ी चलाने लगा. इसी क्रम में गाड़ी अनियंत्रित होकर खाई में पलट गयी, जिसमें सवार तीन लोगों की मौत हो गयी, जबकि कई लोग घायल हो गये. कुछ देर बाद ही उक्त खबर दुल्हन के घर रचियाही दूल्हा के घर तक पहुंची, हसके बाद दोनों जगहों पर कोहराम मच गया. दुल्हन के घर में शादी की रस्म चल रही थी.
महिलाएं मंगल गीत गा रही थी. इसी दौरान खबर पहुंचते ही सब कुछ शांत हो गया. मंगल गीत क ारुणिक माहौल में बदल गया. पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है.

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