वामपंथी काले कानून को रोकेंगे

बखरी(नगर) : कॉरपोरेट घरानों, बिल्डरों व भूमि माफियाओं को संतुष्ट करने लिए केंद्र सरकार भूमि अधिग्रहण बिल लागू करना चाह रही है. यह केवल किसानों के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए बड़ी चुनौती है. उक्त बातें भाकपा नेत्री व पूर्व विधान पार्षद उषा सहनी ने कहीं. वे मंगलवार को पार्टी कार्यालय सूर्यनारायण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 6, 2015 1:23 AM
बखरी(नगर) : कॉरपोरेट घरानों, बिल्डरों व भूमि माफियाओं को संतुष्ट करने लिए केंद्र सरकार भूमि अधिग्रहण बिल लागू करना चाह रही है. यह केवल किसानों के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए बड़ी चुनौती है.
उक्त बातें भाकपा नेत्री व पूर्व विधान पार्षद उषा सहनी ने कहीं. वे मंगलवार को पार्टी कार्यालय सूर्यनारायण सिंह स्मारक भवन में आयोजित प्रखंडस्तरीय जीवी बैठक को संबोधित कर रही थीं. उन्होंने कहा कि इस बिल की हकीकत यह है कि सरकार किसानों, खेत मजदूरों और दूसरे ग्रामीणों की जीविका छीन कर उनकी जमीन धन कुबेरों, बिल्डरों व भू-माफियाओं को कारोबार और सट्टेबाजी के लिए देना चाह रही है.
वामपंथी पार्टी जन आंदोलन के बल पर इस काला कानून को पारित होने से रोकेगी. जिला मंत्री गणोश सिंह ने कहा कि भाकपा का जन्म ही संघर्ष की नींव पर हुआ है. किसान व मेहनतकश लोगों के खिलाफ लाये जा रहे इस कानून के खिलाफ पार्टी ने आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है.
उन्होंने आगामी 14 मई को प्रस्तावित पटना में आयोजित प्रतिरोध मार्च में ज्यादा-से-ज्यादा लोगों की भागीदारी करने का आह्वान किया. राज्य कार्यकारिणी सदस्य सूर्यकांत पासवान ने पचैला चौर की भूमि पर पार्टी द्वारा पिछले दिनों चलाये गये आंदोलन के पश्चात भूमिहीनों को जल्द ही दखल दिलाने की बात कही. यूथ फेडरेशन के प्रखंड अध्यक्ष संजय राय ने कहा कि अच्छे दिन का दावा करनेवाली बीजेपी ने सरकार भूमि विधेयक लाकर अपना असली चेहरा साबित कर दिया है.
बैठक को अंचल मंत्री शिव सहनी, पूर्व उपप्रमुख रामप्रयाग राय, बलराम स्वर्णकार, राजीव राय, रामसेवक महतो, रामचंद्र मुखिया आदि ने भी संबोधित किया. अध्यक्षता संजय महतो ने की. बैठक में कहा गया कि बखरी प्रखंड से दो हजार कार्यकर्ता प्रतिरोध मार्च में शामिल होंगे.

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