और न्यायालय की स्थापना के साथ ही खुशी से झूम उठे लोग
चेरियाबरियारपुर : मंझौल अनुमंडल में शुक्रवार को जब उत्सवी माहौल के बीच तीन न्यायालयों की एक साथ स्थापना और उद्घाटन का कार्यक्रम चल रहा था तो स्थानीय लोग खुशी से झूम उठे. मंझौल के लिए यह ऐतिहासिक क्षण था. उक्त न्यायालय से जुड़ा एक ऐसा तबका भी समारोह में शामिल था. जिनके चेहरे पर खुशी […]
चेरियाबरियारपुर : मंझौल अनुमंडल में शुक्रवार को जब उत्सवी माहौल के बीच तीन न्यायालयों की एक साथ स्थापना और उद्घाटन का कार्यक्रम चल रहा था तो स्थानीय लोग खुशी से झूम उठे. मंझौल के लिए यह ऐतिहासिक क्षण था. उक्त न्यायालय से जुड़ा एक ऐसा तबका भी समारोह में शामिल था.
जिनके चेहरे पर खुशी की एक चमक तो जरू र दिख जाती थी परंतु गौर करने पर उनके खुशी के साथ मायूसी की झलक साफ तौर पर देखा जा रहा था. यह तबका कोर्ट में काम करनेवाले मुंसियों का था, जिन्हें बैठने के लिए किसी प्रकार का कोई भवन नहीं है.
उद्घाटन कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य न्यायमूर्ति ने तीनों न्यायालयों का स्वयं संचालन करते हुए न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी प्रभात कृष्ण, अपर न्यायाधीश सह अपर न्यायिक दंडाधिकारी रामनारायण राम एवं अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी बैद्यनाथ राम को अपनी मौजूदगी में पदभार ग्रहण कराया. इसके पश्चात मुख्य जस्टिस ने पौधारोपण कर समाज के लोगों को शांति एवं समृद्धि का संदेश देते हुए कार्यक्रम समापन की घोषणा की गयी.