प्रमाणपत्रों की जांच शुरू, शिक्षकों में हड़कंप
बखरी(नगर). पटना उच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में नियोजित शिक्षकों के शैक्षणिक एवं प्रशैक्षणिक प्रमाणपत्रों की जांच से फर्जी डिग्री पर बहाल शिक्षकों में हड़कंप है. दूसरी ओर विभागीय कार्यालय में अधिकांश शिक्षकों का प्रमाणपत्र उपलब्ध नहीं होना जांच की सफलता पर प्रश्नचिह्न खड़ा कर रहा है. हालांकि बीइओ शंभु प्रसाद का कहना है […]
बखरी(नगर). पटना उच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में नियोजित शिक्षकों के शैक्षणिक एवं प्रशैक्षणिक प्रमाणपत्रों की जांच से फर्जी डिग्री पर बहाल शिक्षकों में हड़कंप है. दूसरी ओर विभागीय कार्यालय में अधिकांश शिक्षकों का प्रमाणपत्र उपलब्ध नहीं होना जांच की सफलता पर प्रश्नचिह्न खड़ा कर रहा है. हालांकि बीइओ शंभु प्रसाद का कहना है कि शिक्षकों से शैक्षणिक एवं प्रशैक्षणिक प्रमाणपत्र संग्रह किया जा रहा है. ऐसा माना जा रहा है कि बखरी प्रखंड में कई शिक्षक फर्जी प्रमाणपत्र से नियोजित हैं. इससे पूर्व कई बार शिक्षकों के प्रमाणपत्रों की जांच का आदेश दिया गया है, लेकिन हर बार विभागीय स्तर पर महज खानापूर्ति ही की गयी है. विदित हो कि वर्ष 2003 एवं 2005 में बड़े पैमाने पर पंचायतों में शिक्षा मित्र की बहाली की गयी थी, जिन्हें बाद में नियोजित शिक्षक का दर्जा दे दिया गया. बीइओ श्री प्रसाद ने जांच प्रक्रिया के संबंध में बताया कि संबंधित प्रपत्र के साथ प्रमाणपत्रों को जिला स्थापना कार्यालय भेजा जायेगा. उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से जारी सूची के अनुसार प्रमाणपत्रों को मिलान किया जायेगा.