प्रखंड के अधिकतर पुस्तकालय मृतप्राय

गढ़पुरा. प्रखंड क्षेत्र में स्थित कमोवेश सभी पुस्तकालय मृतप्राय हो चुके हैं. आज के छात्रों-युवकों को इससे लगाव नहीं रह गया है. जानकार बताते हैं कि पहले पुस्तकालय में सैकड़ों की संख्या में बहुमूल्य पुस्तकें पत्र-पत्रिकाएं रहा करते थे, लेकिन अब तो पुस्तक, पत्र-पत्रिकाओं का कोई अता-पता नहीं है. बुजुर्ग लोग बताते हैं कि पुस्तकालय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 19, 2015 6:03 PM

गढ़पुरा. प्रखंड क्षेत्र में स्थित कमोवेश सभी पुस्तकालय मृतप्राय हो चुके हैं. आज के छात्रों-युवकों को इससे लगाव नहीं रह गया है. जानकार बताते हैं कि पहले पुस्तकालय में सैकड़ों की संख्या में बहुमूल्य पुस्तकें पत्र-पत्रिकाएं रहा करते थे, लेकिन अब तो पुस्तक, पत्र-पत्रिकाओं का कोई अता-पता नहीं है. बुजुर्ग लोग बताते हैं कि पुस्तकालय में युवकों-छात्रों को एकत्रित होने से आपसी भाईचारे का विकास हुआ करता था, परंतु आज के युवा वर्ग में भटकाव आते जा रहा है. इसके कारण समाज में बैर-भाव बढ़ते जा रहा है. पारिवारिक जीवन भी कलहपूर्ण होते जा रहा है.

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