विश्वकर्मा काष्ठ शिल्पी विकास समिति ने दिया धरना
तसवीर-7-धरना देते समिति के सदस्यकाला कानून बना कर बढ़ई के जन्मजात पेशा पर हमला किया गया : शर्मा बेगूसराय (नगर). विश्वकर्मा काष्ठ शिल्पी विकास समिति ने अपनी 18 सूत्री मांगों को लेकर समाहरणालय पर धरना दिया. इस मौके पर धरना की अध्यक्षता करते हुए बिंदेश्वरी शर्मा ने कहा कि देश की आजादी के 67 वर्षों […]
तसवीर-7-धरना देते समिति के सदस्यकाला कानून बना कर बढ़ई के जन्मजात पेशा पर हमला किया गया : शर्मा बेगूसराय (नगर). विश्वकर्मा काष्ठ शिल्पी विकास समिति ने अपनी 18 सूत्री मांगों को लेकर समाहरणालय पर धरना दिया. इस मौके पर धरना की अध्यक्षता करते हुए बिंदेश्वरी शर्मा ने कहा कि देश की आजादी के 67 वर्षों के बाद भी विश्वकर्मा, बढ़ई, लोहार की 78 लाख जनसंख्या रहने के बाद भी राजसत्ता में भागीदारी शून्य है.उन्होंने कहा कि इस समाज के विरुद्ध बिहार विधान मंडल में कई काले कानून बना कर बढ़ई के जन्मजात पेशा पर हमला किया गया है. पैतृक औजार लेकर सड़क पर निकलने पर रोक लगा कर पूर्व की सरकार ने हाथ से काम करने का अधिकार छीन लिया है. इसके लिए हमें संगठित होकर आवाज बुलंद करने की आवश्यकता है. इस मौके पर धरना को सहदेव शर्मा, चंद्रदेव शर्मा, सोनेलाल शर्मा, वशिष्ठ शर्मा, प्रेम प्रकाश शर्मा, राज कुमार शर्मा, डॉ गुड़ाकेश कुमार समेत अन्य लोगों ने अपने विचारों को रखते हुए एकजुट होकर अपनी मांगों को लेकर संघर्ष करने का आह्वान किया. धरने के बाद मांगों का स्मारपत्र एक प्रतिनिधिमंडल जिला प्रशासन को सौंपा. इनकी प्रमुख मांगों में संख्या बल के आधार पर राजसत्ता में भागीदारी सुनिश्चित करने, सभी झूठा मुकदमा वापस लेने, स्वास्थ्य बीमा को अविलंब चालू करने, निबंधित मजदूरों की बेटी की शादी के लिए 25 हजार रुपया मुहैया कराने, समिति के कार्यालय के लिए जमीन की व्यवस्था करना प्रमुख है. संचालन अमोद कुमार शर्मा ने किया.