शिक्षा के क्षेत्र में अलख जगा रहा बेगूसराय का सीएबीएस कॉलेज
बिहार टॉपर के साथ ही सूबे में अपनी पहचान बनाने में कामयाब हुआ खम्हार कॉलेज नये सत्र में नामांकन की तैयारी पूरी बेगूसराय/नीमाचांदपुरा : बेगूसराय जिला पूर्व से ही एजुकेशन हब के नाम से प्रसिद्ध है. इसी कड़ी में जिले में शिक्षा के क्षेत्र में चंद्रमा अशर्फी भगीरथ सिंह इंटर महाविद्यालय, खम्हार ने अपनी अलग […]
बिहार टॉपर के साथ ही सूबे में अपनी पहचान बनाने में कामयाब हुआ खम्हार कॉलेज
नये सत्र में नामांकन की तैयारी पूरी
बेगूसराय/नीमाचांदपुरा : बेगूसराय जिला पूर्व से ही एजुकेशन हब के नाम से प्रसिद्ध है. इसी कड़ी में जिले में शिक्षा के क्षेत्र में चंद्रमा अशर्फी भगीरथ सिंह इंटर महाविद्यालय, खम्हार ने अपनी अलग पहचान बना रखी है. यहां नियमित वर्ग संचालन, शिक्षकों का नियमित रू प से वर्ग कक्ष में उपस्थिति दर्ज कराना, छात्र-छात्राओं की 75 प्रतिशत से अधिक उपस्थिति सहित अन्य कार्यों में खम्हार कॉलेज का नाम प्रदेश स्तर पर पहुंच चुका है.
इसी का नतीजा है कि आसपास के छात्र-छात्राओं के अलावा दूसरी जगहों से भी छात्र-छात्राएं यहां आ कर इस कॉलेज में अपना नामांकन कराते हैं. इस कॉलेज में नामांकन में पूरी तरह से पारदर्शिता बरती जाती है.
गांव की बेटी के बिहार टॉपर बनने से गद्गद है कॉलेज : इस कॉलेज की छात्र सादमा खानम ने इस बार इंटर कला की परीक्षा में बिहार टॉपर बन कर इस बात को प्रमाणित कर दिया है कि गांव की बेटियां किसी से कम नहीं है. जरू रत है मेहनत के साथ लक्ष्य तक पहुंचने की. बिहार टॉपर बनने के बाद कॉलेज में इस बार उत्सवी माहौल देखा जा रहा है.
हालांकि, इस कॉलेज की बेटियां वर्ष 2008 से ही टॉप टेन में अपनी जगह बना रही है. बिहार टॉपर की घोषणा के बाद कॉलेज परिसर में समारोह कर सफल छात्र को सम्मानित किया जा चुका है. कॉलेज के पूर्व प्राचार्य राजेंद्र सिंह ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि सादमा के द्वारा किया गया प्रयास कॉलेज के अन्य छात्र-छात्राओं के लिए प्रेरणास्नेत है.
1984 में हुई खम्हार कॉलेज की स्थापना :खम्हार कॉलेज की स्थापना वर्ष 1984 में की गयी थी. विद्यालय के लिए चंद्रमा अशर्फी भगीरथ सिंह द्वारा जमीन दान में दी गयी थी. जानकारी के अनुसार, कॉलेज की इमारत खड़ा करने में कई जनप्रतिनिधियों ने अपने फंड से योगदान दिया.
वर्ष 1986 में तत्कालीन विधायक डॉ भोला सिंह ने 30 हजार, तत्कालीन मंत्री कृष्णा शाही ने 30 हजार, वर्ष 2008 में तत्कालीन विधान पार्षद ने 60 हजार की लागत से कॉलेज के भवनों का निर्माण कराया.
खम्हार कॉलेज में आर्ट्स, कॉमर्स व साइंस की पढ़ाई :खम्हार कॉलेज में आर्ट्स, कॉमर्स व साइंस की पढ़ाई होती है.
कॉलेज में औपचारिक शिक्षा के साथ-साथ शिक्षकेतर गतिविधियों, खेल-कूद सांस्कृतिक विकास पर विशेष ध्यान दिया जाता है. ज्ञात हो कि बेहतर शिक्षण व्यवस्था को लेकर इस कॉलेज में पढ़नेवाले सभी छात्र उत्तीर्ण होते हैं. वर्ष 2015 के परीक्षा परिणाम पर नजर डालें तो साइंस में 470 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा दी थी. इसमें 342 छात्र-छात्राएं प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुए, जबकि शेष द्वितीय श्रेणी से उत्तीर्ण हुए. कला संकाय में 520 छात्र-छात्राएं परीक्षा दी थी. इसमें 312 छात्र-छात्राएं प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण होकर कॉलेज का दबदबा जिले में बरकरार रखा. इस प्रकार कॉमर्स में सिर्फ 80 छात्र-छात्राएं परीक्षा दी थी. इसमें 11 छात्र प्रथम व शेष द्वितीय श्रेणी से उत्तीर्ण हुए.
कॉलेज में मेधावी छात्र-छात्राओं को विशेष सुविधा दी जाती है. नये सत्र के लिए नामांकन की तैयारी पूरी कर ली गयी है. 75 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज करनेवाले छात्र-छात्राओं को सरकारी लाभ दिया जाता है. छात्र-छात्राओं के लिए ड्रेस कोड पालन, यिमित एसेंबलिंग कार्यतालिका में शामिल है.
प्रो चंद्रमौली प्रसाद सिंह
प्राचायर्,सीएबीएस कॉलेज, खम्हार