भुगतान नहीं मिलने के कारण किसान कर रहे हैं आत्महत्या : दिवाकर

आर्थिक मंदी के दौर में भी किसी उद्योगपति ने आत्महत्या नहीं की : वर्माबेगूसराय (नगर). किसानों की मौत, उद्योगपतियों के मौज की नीतियों पर चलनेवाली केंद्र सरकार के किसान विरोधी नीतियों पर विपक्षी पार्टी व राज्य की सरकारें मौन हैं. उक्त बातें भाकपा (माले) के कार्यालय में पार्टी एवं किसान कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 12, 2015 8:04 PM

आर्थिक मंदी के दौर में भी किसी उद्योगपति ने आत्महत्या नहीं की : वर्माबेगूसराय (नगर). किसानों की मौत, उद्योगपतियों के मौज की नीतियों पर चलनेवाली केंद्र सरकार के किसान विरोधी नीतियों पर विपक्षी पार्टी व राज्य की सरकारें मौन हैं. उक्त बातें भाकपा (माले) के कार्यालय में पार्टी एवं किसान कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए भाकपा माले के जिला सचिव दिवाकर कुमार ने कहीं.उन्होंने भोजपुर में धान खरीद की चर्चा करते हुए कहा कि किसानों को भुगतान नहीं मिलने के कारण जहानाबाद, पटना, आरा के किसान आत्महत्या कर रहे हैं. आपदा में क्षतिग्रस्त हुई फसलों की क्षतिपूर्ति नहीं मिलने से किसानों को हताशा में संकट का सामना करना पर रहा है. उन्होंने कहा कि किसान महासभा के राज्य सचिव सुदामा प्रसाद के नेतृत्व में किसानों के इन्हीं सवालों पर भोजपुर कलक्टर के समक्ष लगातार अनशन जारी है लेकिन सरकार कोई वार्ता नहीं कर रही है. इस मौके पर पूर्व जिला सचिव चंद्रदेव वर्मा ने कहा कि आर्थिक मंदी के दौर में भी किसी उद्योगपति ने आत्महत्या नहीं की. बार-बार उसे उबारने के लिए टैक्सों में छूट से लेकर अन्य सहायता प्रदान किये जाते रहे हैं. कॉरपोरेट घरानों को बचाने के लिए अरबों-खरबों का बोझ देश पर लादा जा रहा है. वहीं किसानों को आत्महत्या करने के लिए छोड़ दिया गया है. उन्होंने कहा कि इन्हीं तमाम मुद्दों को लेकर 30 जून को धरना-प्रदर्शन आयोजित होगा. बैठक की अध्यक्षता किसान नेता रामप्रवेश यादव ने किया. बैठक को तपेश्वर महतो, रामाशीष यादव, लड्डूलाल दास, बैजू सिंह, शैलेंद्र सिंह, मुक्तिनारायण सिंह, कैलाश प्रसाद, दीपक सिंह, रमापति यादव समेत अन्य लोगों ने अपने विचारों को रखा.

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