न्याय के लिए भटक रही विवाहिता

छौड़ाही . मुझे भी जीने का अधिकार है. दबंगों के भय से जख्मी हालत में बाल-बच्चों संग गांव-घर छोड़ कर मायके छौड़ाही में शरण ले रही चेरियाबरियारपुर थाना क्षेत्र के गोपालपुर कमरूआटोल की शांती देवी एक माह से न्याय के लिए दर-दर भटक रही है. लेकिन, पुलिस कुछ नहीं कर रही है. पीडि़ता गोपालपुर कमरूआटोल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 27, 2015 6:04 PM

छौड़ाही . मुझे भी जीने का अधिकार है. दबंगों के भय से जख्मी हालत में बाल-बच्चों संग गांव-घर छोड़ कर मायके छौड़ाही में शरण ले रही चेरियाबरियारपुर थाना क्षेत्र के गोपालपुर कमरूआटोल की शांती देवी एक माह से न्याय के लिए दर-दर भटक रही है. लेकिन, पुलिस कुछ नहीं कर रही है. पीडि़ता गोपालपुर कमरूआटोल के रामबलि दास की पत्नी शांति देवी ने अब तक राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, राज्य महिला आयोग, एसपी व महिला थाना सहित कई अधिकारियों को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगा चुकी है. पीडि़ता का आरोप है कि गांव के कुछ दबंगों ने मारपीट कर घर में तोड़-फोड़ कर गांव से भगा दिया. इस घटना के संबंध में चेरियाबरियारपुर के थानाध्यक्ष ने अनभिज्ञता जाहिर की.

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