दर-दर भटक रहे परचाधारी

साहेबपुरकमाल . सरकार द्वारा परचाधारियों को दखल-दहानी को लेकर बार-बार फरमान जारी होने के बाद भी रघुनाथपुर बरारी पंचायत के 120 परचाधारी करीब 30 वर्षों से दखल-दहानी को लेकर दर-दर भटकने को विवश हैं. आश्चर्य की बात यह है कि सभी परचाधारी उक्त जमीन का प्रतिवर्ष लगान रसीद कटा कर सरकार को राजस्व भी दे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 9, 2015 6:05 PM

साहेबपुरकमाल . सरकार द्वारा परचाधारियों को दखल-दहानी को लेकर बार-बार फरमान जारी होने के बाद भी रघुनाथपुर बरारी पंचायत के 120 परचाधारी करीब 30 वर्षों से दखल-दहानी को लेकर दर-दर भटकने को विवश हैं. आश्चर्य की बात यह है कि सभी परचाधारी उक्त जमीन का प्रतिवर्ष लगान रसीद कटा कर सरकार को राजस्व भी दे रहे हैं, परंतु उक्त जमीन से एक दाना अनाज नहीं पा सके हैं. इससे लोगों में आक्रोश है. पूर्व मुखिया बालेश्वर आजाद ने बताया कि 1985 ई में सिलिंग एक्ट के तहत अधिगृहीत जमीन को सरकार ने हीरा टोल गांव के 30, श्रीनगर गांव के 50 तथा छर्रापट्टी गांव के 40 गरीबों को आवंटित किया गया था. तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ जगन्नाथ मिश्र ने गांधी स्टेडियम, बेगूसराय में कैंप लगा कर परचा वितरण किया था, परंतु आज की तारीख में उक्त गरीबों की जमीन का दखल-दहानी नहीं हो सकी है.

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