भागवत से होती है मोक्ष की प्राप्ति : नारायण

सात दिवसीय भागवत कथा समाप्ततसवीर- श्रद्धालुओं को संबोधित करते कथावाचकतसवीर- 3भगवानपुर . भगवान को पाने की लालसा होना चाहिए. जिन्हें लालसा ही नहीं होगी, तो भगवान कहां से मिलेंगे. भागवत ही भगवान के रूप हैं. जहां भागवत होता है, वहां भगवान होते हैं. उक्त बातें भगवानपुर ब्रह्म स्थान के प्रांगण में सर्वधर्म समन्वय सनातन भागवत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 9, 2015 6:05 PM

सात दिवसीय भागवत कथा समाप्ततसवीर- श्रद्धालुओं को संबोधित करते कथावाचकतसवीर- 3भगवानपुर . भगवान को पाने की लालसा होना चाहिए. जिन्हें लालसा ही नहीं होगी, तो भगवान कहां से मिलेंगे. भागवत ही भगवान के रूप हैं. जहां भागवत होता है, वहां भगवान होते हैं. उक्त बातें भगवानपुर ब्रह्म स्थान के प्रांगण में सर्वधर्म समन्वय सनातन भागवत परिवार द्वारा आयोजित भागवत कथा के अंतिम दिन प्रसिद्ध कथावाचक नारायण दास ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहीं. उन्होंने कहा कि जो भागवत को अपनायेंगे, उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होगी. मनुष्य जीवन बहुत भाग्य से मिला है. इसे हमेशा सदुपयोग करें. उन्होंने कहा कि नशा से नाश की उत्पत्ति होती है. इस संगीतमय कथा में श्रद्धालुओं की तालियों से गड़गड़ाहट से पूजा-पंडाल गूंजता रहा. मौके पर बीडीओ रविरंजन, पंसस आदित्यकांत शर्मा, अरविंद चौधरी, सागर सहनी आदि उपस्थित थे.

Next Article

Exit mobile version