दिनकर का व्यक्तित्व आज भी प्रेरणादायी
दिनकर ग्राम सिमरिया में स्वर्ण जयंती कार्यक्रम का किया गया आयोजनतसवीर-समारोह का उदघाटन करते अतिथि एवं उपस्थित लोगतसवीर-14,15बीहट . राष्ट्रकवि दिनकर की कालजयी कृति संस्कृति के चार अध्याय तथा परशुराम की प्रतीक्षा की स्वर्ण जयंती दिनकर ग्राम सिमरिया में पुस्तकालय प्रांगण स्थित सभागार में आयोजित किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक सह […]
दिनकर ग्राम सिमरिया में स्वर्ण जयंती कार्यक्रम का किया गया आयोजनतसवीर-समारोह का उदघाटन करते अतिथि एवं उपस्थित लोगतसवीर-14,15बीहट . राष्ट्रकवि दिनकर की कालजयी कृति संस्कृति के चार अध्याय तथा परशुराम की प्रतीक्षा की स्वर्ण जयंती दिनकर ग्राम सिमरिया में पुस्तकालय प्रांगण स्थित सभागार में आयोजित किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक सह पद्म भूषित डॉ बिंदेश्वर पाठक, मुंगेर के डीआइजी सिद्धेश्वर प्रसाद शुक्ला, पंडित शारदा प्रसाद सैदपुरी, समाजसेवी सुभाष कुमार ईश्वर कंगन, सदर डीएसपी राजकिशोर सिंह, तेघड़ा के विधायक ललन कुंवर ने संयुक्त रू प से किया. उपस्थित लोगों के द्वारा दिनकर के चित्र पर पुष्प अर्पित किया गया. सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक बिंदेश्वर पाठक ने कहा कि समाज व राष्ट्र को कलम से दिया गया दिनकर का योगदान कालजयी है. दिनकर से जुड़े संस्करणों को छोटे-छोटे अंशों में बच्चों के बीच पढ़ाने की आज आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि दिनकर के व्यक्तित्व व कृतित्व को आगे बढ़ाने के लिए दिनकर अंतरराष्ट्रीय एकेडमी द्वारा अनेक कार्यक्रम किये जायेंगे. मौके पर मुख्य अतिथि के रू प में उपस्थित पंडित शारदा प्रसाद सैदपुरी ने कहा कि दिनकर की धरती पर्यटक स्थल के रू प में विकसित नहीं हो पाना चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि दिनकर का व्यक्तित्व आज भी प्रेरणादायी है. मौके पर मुंगेर के डीआइजी सिद्धेश्वर प्रसाद शुक्ला ने कहा कि दिनकर के जैसा साहित्यकार कभी-कभी पैदा होता है. उनकी रचनाएं साहित्य के क्षेत्र में मीन का पत्थर साबित हुआ है. उनकी परंपरा को आगे बढ़ाने की जरू रत है.