फिर ट्रेन में एसी कोच लगाना भूल गये, हंगामा

बेगूसराय : तो फिर टीम क्यों आयी थी हमारे घरबेगूसराय के रहनेवाले कार्तिकेय (14 साल) की मौत डेंगू से 28 सितंबर को हो गयी. उसके चाचा ने बताया कि कार्तिकेय डेंगू पॉजिटिव था और उसका इलाज बेगूसराय के एक्सेलिसश हॉस्पिटल में चल रहा था. जब उसकी हालत बिगड़ने लगी, तो उसे पटना के राजेश्वर हॉस्पिटल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 6, 2015 8:07 AM
बेगूसराय : तो फिर टीम क्यों आयी थी हमारे घरबेगूसराय के रहनेवाले कार्तिकेय (14 साल) की मौत डेंगू से 28 सितंबर को हो गयी. उसके चाचा ने बताया कि कार्तिकेय डेंगू पॉजिटिव था और उसका इलाज बेगूसराय के एक्सेलिसश हॉस्पिटल में चल रहा था. जब उसकी हालत बिगड़ने लगी, तो उसे पटना के राजेश्वर हॉस्पिटल में लाया गया, लेकिन वह नहीं बच सका. उन्होंने बताया कि अगर बच्चा डेंगू मरीज नहीं था, तो विभाग के निर्देश पर टीम मेरे घर क्यों आयी थी. उन्होंने कहा कि विभाग भले ही कुछ कहेे, लेकिन इलाज डेंगू का ही चल रहा था.
छपरा : डॉक्टर पर करेंगे एफआइआर
छपरा के नंदलाल टोले की रहनेवाली प्रियंका शरण (21) की मौत डेंगू से हो गयी. जेपी विवि में एकाउंटेंट मृतका के चाचा अनिल शरण के मुताबिक डेंगू से पीड़ित प्रियंका को बेहतर इलाज के लिए 18 सितंबर को डेंगू के नोडल ऑफिसर डॉ केएम दूबे के यहां इलाज कराया. जांच में डेंगू पॉजिटिव पाया गया. तब तक उसकी हालत बिगड़ चुकी थी. उसे 28 सितंबर को पटना उदयन हॉस्पिटल में भरती कराया गया, जहां 30 सितंबर को उसकी मौत हो गयी. चाचा अनिल ने बताया कि वे इस मामले में डॉ केएम दूबे पर एफआइआर करेंगे.
बैंक पीओ, सीपीएमएफ, एसएससी की परीक्षा के पेपर को बिहारशरीफ का अमित लीक कराता था. वह अभी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है. पेपर उसके हाथ कैसे आता था, इसका पता नहीं चल पाया है. लेकिन अब तक की छानबीन में जो बात सामने आयी है, उसमें यह है कि वह वाट्सऐप के माध्यम से प्रश्नपत्र ले लेता था. वह देश के तीन राज्यों में मौजूद अपने एजेंट से प्रति छात्र डेढ़ लाख रुपये लेता था, जबकि एजेंट उसे तीन लाख में सौदा करता था.
उसके एजेंट यूपी, बिहार और पश्चिम बंगाल में मौजूद हैं. इन्हीं एजेंटों में आरा का अमित भी शामिल है, जो एनआइटी पटना मेें तृतीय वर्ष का छात्र है.

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