विचारों की अभव्यिक्ति पर हो रहे हैं हमले : सुमत्रि
विचारों की अभिव्यक्ति पर हो रहे हैं हमले : सुमित्र तसवीर 12- विचार गोष्ठी में भाग लेते लोगबेगूसराय (नगर)/ बीहट. समाज के अंदर सामाजिक सौहार्दता बनाये रखने के लिए लेखकों को मानवीय मूल्यों को अपनी रचनाओं में प्राथमिकता देना होगा, तभी जन भावनाएं हमारे रक्षार्थ के लिए आगे आयेंगे. उक्त बातें दिनकर पुस्तकालय, सिमरिया में […]
विचारों की अभिव्यक्ति पर हो रहे हैं हमले : सुमित्र तसवीर 12- विचार गोष्ठी में भाग लेते लोगबेगूसराय (नगर)/ बीहट. समाज के अंदर सामाजिक सौहार्दता बनाये रखने के लिए लेखकों को मानवीय मूल्यों को अपनी रचनाओं में प्राथमिकता देना होगा, तभी जन भावनाएं हमारे रक्षार्थ के लिए आगे आयेंगे. उक्त बातें दिनकर पुस्तकालय, सिमरिया में वर्तमान समय में लेखकीय दायित्व विषयक विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए जनकवि दीनानाथ सुमित्र ने कहीं. उन्होंने कहा कि आज विचारों की अभिव्यक्ति पर हमले हो रहे हैं, जिनका जन विरोध होना चाहिए. वहीं कवि चंद्र कुमार शर्मा बादल ने कहा कि लेखक संगठन को दलगत राजनीति से ऊपर आकर अपनी भूमिकाओं का निवर्हन करना होगा. वहीं युवा कवि निरंजन कुमार ने कहा कि इस तरह के आयोजनों और विचारों को लेकर आम-अवाम के बीच जाना होगा. वहीं शिक्षक मनोज कुमार झा और युवा आलोचक मुचकुंद मोनू ने उपस्थित लेखकीय समूहों से उनके कर्तव्य और वर्तमान परिस्थिति की ओर विस्तार से इंगित किया. विचार गोष्ठी को प्रवीण प्रियदर्शी, बबलू दिव्यांशू, केदारनाथ भास्कर, कुंदन कुमार व राजीव कुमार मुन्ना ने भी संबोधित किया. गोष्ठी की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष विश्वंभर सिंह और संचालन संजीव फिरोज ने किया.