पर्याप्त पुलिस बल साथ होता, तो अपराधी पुलिस गिरफ्त से नहीं हो पाता फरार

पर्याप्त पुलिस बल साथ होता, तो अपराधी पुलिस गिरफ्त से नहीं हो पाता फरार थानाध्यक्ष व सैप जवान को अपराधियों ने बंधक बना कर दिया घटना को अंजामबेगूसराय(नगर)/नीमाचांदपुरा. नीमाचांदपुरा थाना क्षेत्र के कुसमहौत में मंगलवार को घटी घटना कमजोर पुलिस प्रशासन को दरसाता है. जब पुलिस को पूर्व से पता है कि कुसमहौत का इलाका […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 27, 2015 6:27 PM

पर्याप्त पुलिस बल साथ होता, तो अपराधी पुलिस गिरफ्त से नहीं हो पाता फरार थानाध्यक्ष व सैप जवान को अपराधियों ने बंधक बना कर दिया घटना को अंजामबेगूसराय(नगर)/नीमाचांदपुरा. नीमाचांदपुरा थाना क्षेत्र के कुसमहौत में मंगलवार को घटी घटना कमजोर पुलिस प्रशासन को दरसाता है. जब पुलिस को पूर्व से पता है कि कुसमहौत का इलाका नक्सलग्रस्त है और हमेशा यहां अपराधी पुलिस पर भारी पड़ते आये हैं, तो नीमाचांदपुरा थानाध्यक्ष को पर्याप्त बल लेकर घटनास्थल के लिए कूच करना चाहिए था लेकिन इसमें कहीं-न-कहीं पुलिस के द्वारा लापरवाही बरती गयी. इसके चलते इस तरह की घटना को अंजाम देने में अपराधी सफल हो पाया. घटना के संबंध में बताया जाता है कि जब नीमाचांदपुरा थानाध्यक्ष को कुसमहौत में कुख्यात अपराधी बौनू सदा के द्वारा किसी गंभीर अपराध करने की सूचना मिली, तो वैसे ही थानाध्यक्ष मात्र चार जवान के साथ बाइक से घटना पर पहुंचे. घटनास्थल पर उक्त अपराधी को गिरफ्तार करने में थानाध्यक्ष कामयाब तो हो गये लेकिन थानाध्यक्ष को यह नहीं पता था कि अपराधियों का गिरोह आगे चल कर हथियार व ईंट-पत्थर से पुलिस पर हमला बोलने के लिए तैयार है. बताया जाता है कि जैसे ही थानाध्यक्ष उक्त अपराधी को गिरफ्तार कर उसे वहां से लेकर चले कि कुछ ही दूरी पर जाकर अपराधी समर्थक जो सैकड़ों की संख्या में हाथ में ईंट-पत्थर लेकर पुलिस पर हमला बोलने के लिए तैयार थे. पुलिस के नजदीक आते ही अपराधियों के गिरोह के द्वारा न सिर्फ पुलिस बल पर हमला बोला गया वरन थानाध्यक्ष अमित कुमार एवं सैप के जवान सुरेंद्र यशवंत को बंधक बना लिया. इसके बाद अपराधियों के गिरोह ने थानाध्यक्ष व सैप के जवान की जम कर पिटाई कर दी. भीड़ से किसी तरह से जान बचा कर थानाध्यक्ष को भाग निकले लेकिन सैप जवान सुरेंद्र यशवंत अपराधियों के कब्जे से नहीं भाग पाये. बताया जाता है कि अपराधियों के गिरोह के द्वारा बाद में सैप के जवान को मुंह में ही दो गोलियां दाग दीं. कुछ दूरी पर ले जाकर सैप के शव को छोड़ दिया. जिसे बाद में पुलिस ने घटनास्थल से सैप के शव को उठा कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा. घटना के दौरान अपराधियों के गिरोह ने पूरी तरह से पुलिस की कमजोरी को भांप लिया. उसे यह अंदाजा लग गया कि पुलिस की संख्या कम है और इससे सुनहरा मौका नहीं मिल पायेगा. इसी के तहत अपराधियों के गिरोह ने पुलिस के कब्जे से गिरफ्तार कुख्यात अपराधी बौनू सदा को छुड़ाने में भी सफल हुआ और पुलिस पर हमला भी बोल दिया.

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