साहेबपुरकमाल के दियारे के रास्ते में अपराधियों का खौफ
साहेबपुरकमाल के दियारे के रास्ते में अपराधियों का खौफ भगवान भरोसे आवागमन करते हैं लोग साहेबपुरकमाल. साहेबपुरकमाल थाना क्षेत्र का दियारा इलाका वर्षों से अपराधियों की बांहों में सिसक रहा है. प्रखंड मुख्यालय से लेकर विभिन्न दियारा क्षेत्र के रास्ते पर अपराधियों की नजर लगी हुई है. इसी का नतीजा है कि इस दियारा इलाके […]
साहेबपुरकमाल के दियारे के रास्ते में अपराधियों का खौफ भगवान भरोसे आवागमन करते हैं लोग साहेबपुरकमाल. साहेबपुरकमाल थाना क्षेत्र का दियारा इलाका वर्षों से अपराधियों की बांहों में सिसक रहा है. प्रखंड मुख्यालय से लेकर विभिन्न दियारा क्षेत्र के रास्ते पर अपराधियों की नजर लगी हुई है. इसी का नतीजा है कि इस दियारा इलाके में लोग भगवान भरोसे ही आवागमन करते हैं. कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधियों व आमलोगों ने अपराध पर काबू पाने के लिए प्रखंड से लेकर जिला पुलिस प्रशासन तक सुरक्षा की गुहार लगायी लेकिन अब तक इस दिशा में ठोस पहल नहीं हो पायी है. नतीजा है कि लोगों में दहशत बरकरार है. साहेबपुरकमाल थाना क्षेत्र के कमला स्थान समस्तीपुर- सलेमावाद मार्ग में चिमनी भट्ठे के समीप एक महिला का शव मिलने से दियारा क्षेत्र के लोगों में भय व्याप्त है. वहीं मृतक ममता देवी का मायका साहेब दियारे में शोक व्याप्त है. लोगों की भीड़ घटनास्थल पर अब भी जुट रही है. महिला के परिजन को जैसे ही उसके शव की सूचना मिली कि परिजन दहाड़ मारने लगे. चारों तरफ वातावरण गमगीन हो गया. घटनास्थल पर पर पहुंच रहे लोग हत्यारे को कोस रहे थे. उपस्थित लोगों को मृतका के ढाई वर्षीय पुत्र को देख ममता का भाव जगने लगा था. स्थानीय लोगों ने बताया कि चार वर्ष पहले ममता की मां जब गंगा नदी में डूब गयी थी, तब मां के साथ ममता भी बच गयी. अब मासूम बच्चे का लालन-पोषण कौन करेगा. इस बात की चर्चा जोरों पर हो रही थी. स्थानीय लोग कह रहे थे कि दियारे का रास्ता खतरनाक हो गया है. अगर इस तरह की वारदात जारी रही, तो आने-जाने वाले लोगों की परेशानी और बढ़ जायेगी. घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने दियारा क्षेत्र के रास्ते में आपराधिक घटनाओं पर विराम लगाने की मांग की. क्षेत्रीय लोगों ने कहा कि अगर अपराध पर अंकुश नहीं लगा तो हमलोग आंदोलन करने के लिए विवश होंगे.