और इस बार छठव्रतियों को हो सकती है परेशानी, प्रशासनिक स्तर पर नहीं शुरू हुई है घाटों की सफाई

बेगूसराय/नीमाचांदपुरा : लोक आस्था के महापर्व छठ की तैयारी शुरू हो गयी है. चारों तरफ छठ मइया के बज रहे गीतों से लोग भाव- विभोर हो रहे हैं. बाजारों में भी विशेष चहल-पहल देखी जा रही है. छठपूजा में प्रयोग होनेवाले सामान को दुकानदारों के द्वारा स्टॉक कर लिया गया है. वहीं दूसरी ओर घाटों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 4, 2015 6:26 PM

बेगूसराय/नीमाचांदपुरा : लोक आस्था के महापर्व छठ की तैयारी शुरू हो गयी है. चारों तरफ छठ मइया के बज रहे गीतों से लोग भाव- विभोर हो रहे हैं. बाजारों में भी विशेष चहल-पहल देखी जा रही है. छठपूजा में प्रयोग होनेवाले सामान को दुकानदारों के द्वारा स्टॉक कर लिया गया है.

वहीं दूसरी ओर घाटों की साफ-सफाई का कार्य पूरा नहीं होने से छठव्रती समेत अन्य लोग चिंतित हैं. बेगूसराय सदर प्रखंड की नीमा पंचायत में बूढ़ी गंडक नदी के किनारे घाट तैयार किया जाता है. जहां लगभग पांच से सात हजार छठव्रती भगवान भास्कर को अर्घ देने पहुंचते हैं. लेकिन इस बार इस घाट को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है.

नतीजा है कि बरसात का पानी हटने के बाद चारों तरफ जंगली घास का अंबार लगा हुआ है. बताया जाता है कि ग्रामीणों के द्वारा प्रतिवर्ष इस घाट में साफ-सफाई का कार्य एवं प्रकाश की व्यवस्था की जाती है. लोग अब भी इस घाट पर प्रशासनिक व्यवस्था के तहत सभी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए टकटकी लगाये हुए हैं.

क्या कहते हैं लोग छठ जैसे महापर्व के मौके पर घाटों की सफाई के लिए प्रशासन के द्वारा मुकम्मल व्यवस्था होनी चाहिए. लोक आस्था के इस महापर्व में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं दिखना चाहिए ताकि छठव्रतियों को घाटों पर पूजा के दौरान किसी प्रकार की परेशानियों का सामना न करना पड़े. इसके अलावे साफ-सफाई के प्रति जनप्रतिनिधियों को भी गंभीर होने की जरूरत है.रामप्रकाश पासवान, मुखियानीमा पंचायत, बेगूसराय सदर प्रखंडयह पर्व हिंदुओं का सबसे बड़ा महापर्व है.

इसके तहत छठ घाटों में सफाई, रोशनी व सुरक्षा की मुकम्मल व्यवस्था होनी चाहिए. इस कार्य में जनप्रतिनिधियों व स्वयंसेवी संगठनों को भी आगे आना चाहिए. छठ घाटों पर किसी तरह का प्रशासनिक पहल नहीं होना दु:खद बात है.

मनोहर कुमार महतोशेरपुर, नीमाबेगूसराय सदर प्रखंडछठव्रतियों को किसी प्रकार की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े इसके लिए ठोस पहल होना चाहिए. चार दिवसीय आस्था के इस महापर्व में किसी प्रकार की कोताही नहीं हो, इस पर समय रहते पहल होना चाहिए. छठ घाटों पर सुरक्षा के भी पुख्ता बंदोबस्त हो, इसका भी ख्याल पुलिस प्रशासन को रखना चाहिए.

छठ पर्व को लेकर विशेष तैयारी की जा रही है. छठ घाटों पर संध्याकालीन और उदीयमान सूर्य को अर्घ देने के समय पर्याप्त मात्रा में पुलिस के जवान तैनात रहेंगे. सुरक्षा को लेकर स्थानीय लोगों एवं सामाजिक संगठनों को भी आगे आकर पुलिस प्रशासन को सहयोग करना चाहिए.दिनेश साहू, थानाध्यक्षनीमाचांदपुरा, बेगूसराय

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