छठ पर्व नजदीक, नहीं हो रही घाटों की सफाई
छठ पर्व नजदीक, नहीं हो रही घाटों की सफाई तसवीर 1- बदहाल घाट का नजाराव्रतियों को हर सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी : बीडीओमंसूरचक. मंसूरचक प्रखंड क्षेत्र की छठव्रती व बछवाड़ा प्रखंड के कुछ भाग पर छठव्रती बाला नदी घाट पर ही अर्घ्यदान वर्षों से करते आ रहे हैं. सरायनपुरनगर, सलेमपुर, मरांची, आगापुर, कस्टोली, नयाटोल, समसा, […]
छठ पर्व नजदीक, नहीं हो रही घाटों की सफाई तसवीर 1- बदहाल घाट का नजाराव्रतियों को हर सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी : बीडीओमंसूरचक. मंसूरचक प्रखंड क्षेत्र की छठव्रती व बछवाड़ा प्रखंड के कुछ भाग पर छठव्रती बाला नदी घाट पर ही अर्घ्यदान वर्षों से करते आ रहे हैं. सरायनपुरनगर, सलेमपुर, मरांची, आगापुर, कस्टोली, नयाटोल, समसा, मंसूरचक, भवानीपुर, गोरापुर सहित अन्य बालान नदी घाट किनारे गंदगी, कचरा व जलकुंभी का अंबार लगा हुआ है, जिसे देख क्षेत्र के लोग चिंतित है. समय करीब आते देख ग्रामीण रामवृक्ष सिंह बताते हैं कि सरकारी स्तर पर घाट साफ-सफाई की ओर कोई पहल नहीं की जा रही है. इस कारण छठव्रतियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. दशरथपुर निवासी प्रो डॉ कृष्णमोहन ईश्वर बताते हैं कि नदी किनारे से सरकारी योजनाओं में कार्य करने के लिए मिट्टी काट कर गड्ढा बना दिया गया है, जिसके कारण गत वर्ष भी डलिया छठ व्रती को देने के क्रम में पांव फिसल गया था. इसके एक की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी. भवानीपुर चंडी स्थान घाट के संबंध में कैलाश दास बताते हैं कि नदी के किनारे ही 15 से 16 फुट गहरा गड्ढा बना है, जो पानी से भरा है. नैपुर गांव निवासी अवधेश कुमार सिंह, भाकपा अंचल मत्री रामाधार ईश्वर, प्राचार्य डॉ ओमप्रकाश राय उर्फ श्याम जी, सेवानिवृत्त शिक्षक रामचंद्र झा आदि ने समसा शिवमंदिर, सरायनुरनगर, नैपुर, महेंद्र गंज बलान घाट पर पहुंच पथ मार्ग को साफ करवाने, नदी किनारे बनी खाई बचाव करवाने, घाट की सफाई करवाने की मांग प्रशासन की है. बीडीओ डॉ अशोक कुमार चौधरी ने कहा कि अंचल के द्वारा व्रतियों को हर सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी.