फिर हाइकोर्ट पहुंचा राजेंद्र पुल का मामला

बेगूसराय (नगर) : सूबे की औद्योगिक नगरी बेगूसराय को राजधानी पटना से जोड़नेवाले लाइफ लाइन राजेंद्र पुल वर्षों से बदहाली पर आंसू बहाने को विवश है. दिनकर की धरती सिमरिया स्थित इस राजेंद्र पुल का मुद्दा एक बार फिर हाइकोर्ट पहुंच गया है. उल्लेखनीय है कि सितंबर 2013 से ही आवाजाही के लिए बंद सिमरिया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 22, 2015 5:32 AM

बेगूसराय (नगर) : सूबे की औद्योगिक नगरी बेगूसराय को राजधानी पटना से जोड़नेवाले लाइफ लाइन राजेंद्र पुल वर्षों से बदहाली पर आंसू बहाने को विवश है. दिनकर की धरती सिमरिया स्थित इस राजेंद्र पुल का मुद्दा एक बार फिर हाइकोर्ट पहुंच गया है.

उल्लेखनीय है कि सितंबर 2013 से ही आवाजाही के लिए बंद सिमरिया पुल के सड़क मार्ग को चालू करवाने की मांग को लेकर गत वर्ष 2014 में लोकहित याचिका संख्या 9729/14 अक्तूबर माह के तहत मानव कल्याणकारी समिति के वरीय अधिवक्ता गोपाल कुमार एवं पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने दाखिल किया था.

लोकहित याचिका की सुनवाई करते हुए पटना उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति वीएन सिन्हा ने एनएचआइ व प्रबंधक पूर्व मध्य रेल से तलब करते हुए हलफनामा दाखिल करने का आदेश दिया था. प्रबंधक रेल और एनएचआइ के द्वारा दाखिल हलफनामा के उपरांत सुनवाई हुई

और अंतत: रेल प्रशासन को वर्ष 2015 सितंबर तक राजेंद्र पुल की पूर्ण मरम्मत कर जनता को समर्पित करने का वचन किया. पुल मरम्मत को लेकर कार्यारंभ भी शुरू हुआ और धीमी गति से कार्य चलने के कारण अब तक मरम्मत कार्य पूर्ण नहीं हुआ और न ही भारी वाहनों की आवाजाही प्रारंभ हुआ. दूसरी ओर इसको लेकर पुन:

अधिवक्ता गोपाल कुमार ने रेल प्रशासन को इस ज्वलंत समस्या की ओर ध्यान आकृष्ट कराया परंतु कोई फलाफल नहीं निकला. अंत में पुन: अधिवक्ता श्री कुमार ने उच्च न्यायालय की शरण लेकर इंटर लोकटरी पीटिशन 3128/15 दाखिल किया है. इस याचिका की पैरवी उच्च न्यायालय के वरीय अधिवक्ता सुधेश पांडेय कर रहे हैं.

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