सबसे ज्यादा उपेक्षित हैं खेती से जुड़े किसान व मजदूर : अशोक

सबसे ज्यादा उपेक्षित हैं खेती से जुड़े किसान व मजदूर : अशोक बिहार राज्य किसान सभा की बैठक बेगूसराय (नगर). कृषि प्रधान भारत में किसान सबसे खेती से जुड़े किसान और मजदूर सबसे ज्यादा उपेक्षित हैं. सरकारी नीतियों से लगता है कि किसान शायद दूसरे मुल्क के वासी हैं. उक्त बातें बिहार राज्य किसान सभा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 30, 2015 7:15 PM

सबसे ज्यादा उपेक्षित हैं खेती से जुड़े किसान व मजदूर : अशोक बिहार राज्य किसान सभा की बैठक बेगूसराय (नगर). कृषि प्रधान भारत में किसान सबसे खेती से जुड़े किसान और मजदूर सबसे ज्यादा उपेक्षित हैं. सरकारी नीतियों से लगता है कि किसान शायद दूसरे मुल्क के वासी हैं. उक्त बातें बिहार राज्य किसान सभा की बैठक को संबोधित करते हुए कार्यकारी राज्य महासचिव अशोक प्रसाद सिंह ने कहीं. उन्होंने कहा कि कृषि विकास के लिए तो कई आयोग बने मगर किसानों के विकास के लिए अब तक कोई आयोग नहीं बना. किसानों को ठगने के लिए सिर्फ जय जवान व जय किसान का सिर्फ नारा लगाया गया. उन्होंने भारत सरकार से अविलंब किसान विकास आयोग बनाने की मांग की. श्री सिंह ने बिहार में सुखाड़ से पीड़ित किसानों को रबी की खेती के लिए कम-से-कम पांच हजार रुपया सूखा राहत अनुदान की मांग बिहार सरकार से की. उन्होंने बिहार राज्य परिषद के फैसले की जानकारी देते हुए कहा कि 16 दिसंबर को बिहार के सभी जिला समाहर्ता के समक्ष किसानों के ज्वलंत सवालों को लेकर धरना दिया जायेगा. बिहार राज्य किसान सभा का 34 वां अधिवेशन 30 व 31 जनवरी को बेनीपट्टी में आयोजित होने की जानकारी दी गयी. आगामी राष्ट्रीय महाधिवेशन फरवरी माह में हैदराबाद में संपन्न होगा. बैठक की अध्यक्षता उमेश चौरसिया ने की. बैठक में दिनेश सिंह, मनोज कुमार यादव, कामता सिंह, हरदेव सिंह, सुंदर सिंह, नवीन कुमार समेत अन्य लोग उपस्थित थे.

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