मंहगाई, भ्रष्टाचार को लेकर भागवत ने संप्रग सरकार को परोक्ष रुप आडे हाथों लिया

बेगूसराय: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के सर संघचालक डा0 मोहन भागवत ने देश में मंहगाई और भ्रष्टाचार को लेकर परोक्ष रुप से केंद्र की संप्रग सरकार को आडे हाथों लेते हुए आज लोगों से आह्वान किया कि वे व्यवस्था परिवर्तन के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग करें. बेगूसराय शहर स्थित गांधी स्टेडियम में बिहार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 17, 2013 9:11 PM

बेगूसराय: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के सर संघचालक डा0 मोहन भागवत ने देश में मंहगाई और भ्रष्टाचार को लेकर परोक्ष रुप से केंद्र की संप्रग सरकार को आडे हाथों लेते हुए आज लोगों से आह्वान किया कि वे व्यवस्था परिवर्तन के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग करें.

बेगूसराय शहर स्थित गांधी स्टेडियम में बिहार एवं झारखंड के आरएसएस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भागवत ने देश में मंहगाई और भ्रष्टाचार को लेकर परोक्ष रुप से केंद्र की संप्रग सरकार को आडे हाथों लेते हुए लोगों से आह्वान किया कि वे व्यवस्था परिवर्तन के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग कर करें. उन्होंने लोगों से कहा कि नेता, नारा एवं पार्टी बदलने से काम नहीं चलेगा बल्कि कारगर कदम उठाकर समाज को बदलना होगा.

उन्होंने पाकिस्तान, चीन और बांग्लादेश से देश के बाहरी सुरक्षा को खतरा बताते हुए कहा कि वे दोस्ती की बात कर पीठ में छुरा भोंकने का काम करते हैं.

भागवत ने कहा कि बांग्लादेश सामानों की तस्करी के साथ आतंकवादियों के भारत में प्रवेश के द्वार के रुप में उभरकर सामने आया है.

अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा को लाभ पहुंचाने के लिए हिंदुत्व एजेंडे को कथित तौर पर बढावा देने के विरोधी राजनीतिक दलों के आरोप पर भागवत ने कहा कि भारत हिंदूत्ववादी देश है. इसलिए संघ का उद्देश्य हिंदूत्ववाद को मजबूती करना है.

उन्होंने कहा कि हिंदूत्व एक जीवन पद्धति है और यह सबको जोडने का कार्य करता है.आरएसएस के इस तीन दिवसीय समागम में बिहार और झारखंड भाजपा के सभी वरिष्ठ नेता सहित इन दोनों प्रदेशों के करीब 1200 स्वयं सेवक भाग ले रहे हैं.

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