केंद्र की गलत नीतियों से कानू समाज पिछड़ा : डॉ गुड़ाकेश

केंद्र की गलत नीतियों से कानू समाज पिछड़ा : डॉ गुड़ाकेशकानू विकास संघ की अनुमंडल स्तरीय बैठक सह विचार गोष्ठी संपन्न तसवीर- बैठक में भाग लेते कानू समाज के सदस्य.तसवीर 4साहेबपुरकमाल. कानू विकास संघ की अनुमंडल स्तरीय बैठक सह विचार गोष्ठी रविवार को सेंट पॉल एकेडमी, कुरहा के प्रांगण में हुई, जिसकी अध्यक्षता अवकाश प्राप्त […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 7, 2015 6:24 PM

केंद्र की गलत नीतियों से कानू समाज पिछड़ा : डॉ गुड़ाकेशकानू विकास संघ की अनुमंडल स्तरीय बैठक सह विचार गोष्ठी संपन्न तसवीर- बैठक में भाग लेते कानू समाज के सदस्य.तसवीर 4साहेबपुरकमाल. कानू विकास संघ की अनुमंडल स्तरीय बैठक सह विचार गोष्ठी रविवार को सेंट पॉल एकेडमी, कुरहा के प्रांगण में हुई, जिसकी अध्यक्षता अवकाश प्राप्त शिक्षक जगदेश साह ने की. संचालन संघ के प्रखंड अध्यक्ष सुनील साह ने किया. बढ़ता बिहार बनाम त्रस्त कानू समाज विषय पर आयोजित गोष्ठी को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष योगाचार्य डॉ गुड़ाकेश ने कहा कि बिहार और केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण आज तक कानू समाज पिछड़ा रहा. उन्होंने कहा कि कानू समाज की आर्थिक, सामाजिक स्थिति को देखते हुए बिहार सरकार ने 2004 में ही कानू जाति को अनुसूचित जाति में शामिल करने का फैसला लेते हुए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेज दिया. परंतु, इस मामले पर किसी प्रकार की चर्चा नहीं हो रही. कंसारन महिला की दुर्दशा पर चिंता व्यक्त करते हुए वक्ताओं ने कहा कि सरकार को इस पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए और कंसार को उद्योग का दर्जा प्रदान करना चाहिए. मौके पर संगठन को मजबूत करने, कानू समाज में जागृति लाने के लिए अनुमंडल स्तर पर एक कमेटी गठित की गयी, जिसमें सर्वसम्मति से वाल्मीकि साह को उपाध्यक्ष बनाया गया और कार्यकारिणी में मनोहर साह, रवींद्र कुमार, रामचंद्र साह, वशिष्ठ साह, रामलखन साह आदि को शामिल किया गया. मौके पर भगवान साह, गणेश साह, भीम साह, बबलू, रामविलास साह, महेश साह आदि उपस्थित थे.

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