आपत्ति दाखिल करने का समय समाप्त

आपत्ति दाखिल करने का समय समाप्त जनहित में फैसला लेने की गुहार लगायीसाहेबपुरकमाल. सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा मुंगेर रेल सह सड़क पुल के एप्रोच पथ को लेकर भू-अर्जन संबंधी प्रकाशित भारत राजपत्र के आलोक में आपत्ति दाखिल करने का समय सोमवार को समाप्त हो गया है. क्षेत्र के दो दर्जन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 22, 2015 6:24 PM

आपत्ति दाखिल करने का समय समाप्त जनहित में फैसला लेने की गुहार लगायीसाहेबपुरकमाल. सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा मुंगेर रेल सह सड़क पुल के एप्रोच पथ को लेकर भू-अर्जन संबंधी प्रकाशित भारत राजपत्र के आलोक में आपत्ति दाखिल करने का समय सोमवार को समाप्त हो गया है. क्षेत्र के दो दर्जन से अधिक भू-स्वामियों एवं किसान संघर्ष समिति ने भू-अर्जन कार्यालय, बेगूसराय में आपत्ति पत्र समर्पित कर सड़क एप्रोच पथ में संयोजक राष्ट्रीय संपदा सदुपयोग संरक्षण समिति शालीग्रामी कौशल किशोर सिंह, प्रभात कुमार, चक्रधर यादव, ब्रह्मदेव यादव, प्रमोद यादव आदि ने बताया कि पर्यावरण एवं सामाजिक समाघात दृष्टिकोण ये घनी आबादी के निकट रेल सह सड़क पहुंच पथ की दो ऊंची-ऊंची पहाड़ खड़ा करना सामान्य जनों वास्ते खतरे एवं परेशानियों को आमंत्रित करना है. आपत्ति पत्र में यह भी बताया गया है कि रेल सड़क सेतु के उत्तरी सिरे पर स्थित अवध तिरहुत पथ की पर्याप्त चौड़ाई एवं लंबाई है, जो एनएच 31 से कई जगहों पर जुड़ता है. इसके अलावे सिंचाई विभाग की बांध रेलवे की परित्यक्त जमीन एनएचएआइ की संपूर्ण आवश्यकता से 500 प्रतिशत अधिक उपलब्ध है. जबकि अनुसूची के अवलोकन से ज्ञात होता है कि लगभग 25 प्रतिशत ही सरकारी जमीन का उपयोग करने का प्रारूप है. किसानों ने आपत्ति जातते हुए कहा है कि सरकारी जमीनों को दौड़ कर, गरीबों के स्थायी, उत्तम जीविका, आवासीय परिसर, प्राकृतिक पर्यावरण के सदस्य फलदार वृक्षों आदि का जबरन अधिग्रहण होना सरकार द्वारा ही मानवाधिकार हनन का मामला भी बनता है. इसलिए आवेदनों में वर्णित आपत्ति आशय को स्वीकार कर जनहित में फैसला लेने की गुहार लगायी है.

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