कर्म में ही धर्म समाहित है : सुरेशचंद्र
कर्म में ही धर्म समाहित है : सुरेशचंद्र तसवीर 7- प्रवचन देते कथावाचकगढ़हारा. अमरपुर पंचायत के गंगा प्रसाद में सात दिवसीय लोक हितकारिणी रामकथा ज्ञान यज्ञ के पांचवें दिन श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि रामकथा के श्रवण से सत्य मार्ग पर चलने में मार्ग प्रशस्त करता है. उक्त बातें अयोध्या से पधारे कथावाचक […]
कर्म में ही धर्म समाहित है : सुरेशचंद्र तसवीर 7- प्रवचन देते कथावाचकगढ़हारा. अमरपुर पंचायत के गंगा प्रसाद में सात दिवसीय लोक हितकारिणी रामकथा ज्ञान यज्ञ के पांचवें दिन श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि रामकथा के श्रवण से सत्य मार्ग पर चलने में मार्ग प्रशस्त करता है. उक्त बातें अयोध्या से पधारे कथावाचक सुरेशचंद्र शास्त्री महाराज ने कहीं. श्रद्धालुओं की उमड़ती भीड़ वृंदावन व अयोध्या नगरी जैसा दृश्य प्रतीत हो रहा था. उन्होंने श्रद्धालुओं से कहा कि जीवन में ध्यान के महत्व को समझना होगा. ध्यान से ही भगवान राम ने जीवन के विपरीत परिस्थितियों पर विजय प्राप्त की थी. ध्यान से धैर्य की वृद्धि होती है. जो मानव धर्म के साथ चलता है. उसका जीवन सफल और भक्ति से ओत-प्रोत होता है. उन्होंने कहा कि सत्य कर्म से ही अतीत गौरवशाली की नींव पड़ती है. कर्म में ही धर्म समाहित है. मौके पर डॉ गुड़ाकेश ने इस आयोजन में महती भूमिका निभा रहे लोगों की जमकर तारीफ की. कार्यक्रम को सफल बनाने में गोविंद, सुनील, मिथलेश राय, रामाधार राय आदि सराहनीय सहयोग दे रहे हैं.