–आदमी-आदमी से मिलता है, दिल मगर कब किससे मिलता है

–आदमी-आदमी से मिलता है, दिल मगर कब किससे मिलता है बेगूसराय (नगर). आदमी-आदमी से मिलता है, दिल मगर कब किससे मिलता है ये गजल की पंक्ति और उपस्थित दर्शकों की ताली दोनों के सुर एक हो चुके थे. मौका था गणेशदत्त महाविद्यालय के स्थापना दिवस समारोह का. जहां मंच से सुगम संगीत के सधे गायक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 13, 2016 6:53 PM

–आदमी-आदमी से मिलता है, दिल मगर कब किससे मिलता है बेगूसराय (नगर). आदमी-आदमी से मिलता है, दिल मगर कब किससे मिलता है ये गजल की पंक्ति और उपस्थित दर्शकों की ताली दोनों के सुर एक हो चुके थे. मौका था गणेशदत्त महाविद्यालय के स्थापना दिवस समारोह का. जहां मंच से सुगम संगीत के सधे गायक वीरेंद्र कुमार मुन्ना अपनी आवाज से उपस्थित श्रोताओं का दिल जीत लिया. इस मौके पर भावना भारती के द्वारा लोक गीतों की प्रस्तुति की गयी. वहीं अशोक कुमार पासवान के नेतृत्व में स्वागत नृत्य सहित कई गीतों की प्रस्तुति छात्र-छात्राओं द्वारा किया गया. कार्यक्रम में माधुरी, पूनम, प्रिया, खुशी, सोनी, हीना, परवीन, आनंद बलिराम सहित अन्य कलाकारों ने भाग लिया. वहीं कार्यक्रम में डॉ एसके पांडेय के नेतृत्व में एनसीसी कैडेटों का भरपूर सहयोग रहा.

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