बदहाली पर आंसू बहाने को विवश मध्य वद्यिालय

बदहाली पर आंसू बहाने को विवश मध्य विद्यालय तसवीर 1- बदहाल मध्य विद्यालय, बारो भवनऐतिहासिक स्थल के रूप में विकसित करने की मांगगढ़हारा. मध्य विद्यालय, बारो का गौरवपूर्ण भवन सह विद्यालय अपनी बदहाली पर आंसू बहाने को विवश हैं. जानकारी के अनुसार हिंदी के विख्यात राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर, बीहट निवासी बिहार सरकार के मंत्री […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 15, 2016 6:26 PM

बदहाली पर आंसू बहाने को विवश मध्य विद्यालय तसवीर 1- बदहाल मध्य विद्यालय, बारो भवनऐतिहासिक स्थल के रूप में विकसित करने की मांगगढ़हारा. मध्य विद्यालय, बारो का गौरवपूर्ण भवन सह विद्यालय अपनी बदहाली पर आंसू बहाने को विवश हैं. जानकारी के अनुसार हिंदी के विख्यात राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर, बीहट निवासी बिहार सरकार के मंत्री रामचरित्र सिंह एवं खान अब्दुल्ला तहिती बारो ये तीनों महान विभूति इसी विद्यालय से पढ़े-लिखे हैं. इसके बाद भी यह विद्यालय शासन-प्रशासन की उपेक्षा का दंश झेलने को विवश है. ज्ञात हो कि इसी विद्यालय के खान अब्दुल्ला तहिती ने बेगूसराय जिले तत्कालीन मुंगेर बिहार को गौरवान्वित किया. खान अब्दुल्ला तहिती बिहार के प्रथम जज बनने का गौरव प्राप्त किया. जहां एक तरफ राष्ट्रकवि दिनकर जी अपनी कविताओं और लेख के माध्यम से राष्ट्रकवि दिनकर जी अपनी कविताओं और लेख के माध्यम से संपूर्ण देशवासियों को गौरवान्वित किया है. वहीं दूसरी ओर बरौनी प्रखंड स्थित मध्य विद्यालय, बारो का ऐतिहासिक भवन सह विद्यालय अपनी बदहाली पर आंसू बहाने को विवश है. ऐतिहासिक धरोहर सह भवन को ऐतिहासिक स्थल के रूप में विकसित करने की मांग पैक्स अध्यक्ष ब्रजेश कुमार, विनीताभ, विनय मिश्र, किरण राय, रामेश्वर प्रशांत, प्रमोद सिंह आदि ने सरकार से की है. साथ ही कार्यालय में तीनों महान विभूति की तस्वीरें स्थापित करने की मांग की है.

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