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लक्ष्य में पिछड़नेवालों को लगी कड़ी फटकार

लक्ष्य में पिछड़नेवालों को लगी कड़ी फटकार स्वास्थ्य विभाग के कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक आयोजितबेगूसराय (नगर). जिला स्वास्थ्य समिति के सभागार में सिविल सर्जन डॉ हरिनारायण सिंह की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग के सभी कार्यक्रमों की गहन समीक्षा की गयी. समीक्षा में जहां एक ओर कार्यक्रमों के भौतिक लक्ष्य के विरुद्ध उपलब्धि की चर्चा जिला […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 16, 2016 6:27 PM

लक्ष्य में पिछड़नेवालों को लगी कड़ी फटकार स्वास्थ्य विभाग के कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक आयोजितबेगूसराय (नगर). जिला स्वास्थ्य समिति के सभागार में सिविल सर्जन डॉ हरिनारायण सिंह की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग के सभी कार्यक्रमों की गहन समीक्षा की गयी. समीक्षा में जहां एक ओर कार्यक्रमों के भौतिक लक्ष्य के विरुद्ध उपलब्धि की चर्चा जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी के द्वारा तैयार की गयी प्रस्तुतीकरण के द्वारा की गयी, वहीं वित्तीय वर्ष के उत्तरार्द्ध को देखते हुए उनकी उपलब्धि पर भी गहन चर्चा की गयी. भौतिक लक्ष्य के विरुद्ध उपलब्धि में जहां यह पाया गया कि नावकोठी एवं गढ़पुरा की उपलब्धि अन्य प्रखंडों की अपेक्षा सूचकांकों में बेहतर है. वहीं बरौनी, भगवानपुर, तेघड़ा, साहेबपुरकमाल, मंसूरचक, डंडारी आदि आधे दर्जन प्राथमिक स्वस्थ्य केंद्र अपने लक्ष्य के विरुद्ध उपलब्धि पाने में पिछड़ रहे हैं. वैसे पिछड़नेवाले प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं स्वास्थ्य प्रबंधक को सिविल सर्जन के द्वारा फटकार लगायी गयी. पिछड़नेवाले सूचकांकों में नियमित टीकाकरण, एएनसी, ओपीडी,आइओपीडी, सी सेक्शन आदि है. वित्तीय वर्ष के उत्तरार्ध को देखते हुए व्यय की प्रतिशतता में वृद्धि लाने के लिए जिला लेखा प्रबंधक के द्वारा तैयार किया गया प्रस्तुतीकरण के माध्यम से गहन समीक्षा की गयी. इसमें पाया गया कि एनआरएचएम के पार्ट ए में जिले में कुल व्यय मात्र 57 प्रतिशत है. इसमें अव्वल रहनेवाले प्रखंड मंसूरचक, नावकोठी, बखरी, वीरपुर, डंडारी, खोदाबंदपुर, बछवाड़ा, बलिया, गढ़पुरा, छौड़ाही, सदर अस्पताल एवं मटिहानी है, जो जिले के व्यय प्रतिशत के बराबर है. शेष प्रखंड साहेबपुरकमाल, सदर प्रखंड, चेरियाबरियारपुर, तेघड़ा, बरौनी, शाम्हो, रेफरल मंझौल एवं भगवानपुर का व्यय प्रतिशत जिले से कम है. इसके लिए सिविल सर्जन के द्वारा एक माह का समय दिया गया है. इस मौके पर जिला कार्यक्रम प्रबंधक शैलेश चंद्रा ने जटिल प्रसव, लैड लाइन, दवा की उपलब्धता, प्रसव कक्ष, सुरक्षा गार्ड, विद्युत आपूर्ति समेत अन्य कार्यों को लेकर संबंधित पदाधिकारियों के साथ समीक्षा की. बैठक में अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ वीरेश्वर प्रसाद, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ भारतेंदु, परिवार कल्याण नोडल पदाधिकारी डॉ केएम सिंह, जिला लेखा प्रबंधक चतुर्भुज प्रसाद, जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी राजन सिन्हा, जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ एसके वर्णवाल, संचारी रोग पदाधिकारी डॉ अशेष कुमार, स्वास्थ्य प्रशिक्षक विश्वजीत कुमार वर्मा समेत सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, स्वास्थ्य प्रबंधक, लेखापाल समेत अन्य पदाधिकारी व कर्मी उपस्थित थे.

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