बुनियादी समस्याओं से कोसों दूर है नगर निगम का वार्ड नंबर 44, न चलने के लिए है सड़क और न पीने के लिए है पानी
बुनियादी समस्याओं से कोसों दूर है नगर निगम का वार्ड नंबर 44, न चलने के लिए है सड़क और न पीने के लिए है पानीतसवीर-4-लोहा पाइप में तार लगा कर बिजली जलाते लोगतसवीर-प्रतिक्रिया देने वाले लोगों की तसवीरबिजली के लिए भी टकटकी लगाये हुए हैं लोग बेगूसराय (नगर). बेगूसराय नगर निगम अपना पहला कार्यकाल पूरा […]
बुनियादी समस्याओं से कोसों दूर है नगर निगम का वार्ड नंबर 44, न चलने के लिए है सड़क और न पीने के लिए है पानीतसवीर-4-लोहा पाइप में तार लगा कर बिजली जलाते लोगतसवीर-प्रतिक्रिया देने वाले लोगों की तसवीरबिजली के लिए भी टकटकी लगाये हुए हैं लोग बेगूसराय (नगर). बेगूसराय नगर निगम अपना पहला कार्यकाल पूरा करने की स्थिति में है. चंद दिनों में ही चुनावी डुगडुगी बजनेवाली है. लेकिन अब भी निगम क्षेत्र में कई ऐसे वार्ड हैं, जो निगम में रहते हुए भी विकास के लिए टकटकी लगाये हुए हैं. बेगूसराय नगर निगम बनाने के लिए 10 ग्रामीण क्षेत्र की पंचायतों को नगर निगम में शामिल तो कर दिया गया है लेकिन अब तक वैसे लोगों की सुधि लेनेवाला कोई नहीं है. नतीजा है कि लोग आज भी विकास के इंतजार में किसी उद्धारक की बाट जोह रहे हैं. नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत वार्ड नंबर 44 का चकदानिश मोहल्ला है, जो आज भी सड़क, बिजली, पानी व अन्य मूलभूत सुविधाओं के लिए इंतजार में बैठे हुए हैं लेकिन अब तक इस मोहल्ले की सुधि लेने के लिए कोई भी व्यक्ति नहीं पहुंच पाये हैं. नतीजा है कि यहां रहनेवाले लोगों में निराशा का भाव बना हुआ है. दूर से पानी लाकर परिवार को प्यास बुझाते हैं लोगइस वार्ड में रहनेवाले लोगों कर बदकिस्मती ही कहा जाये कि यहां न तो चलने के लिए सड़क है और न पीने के लिए पानी है. कई बार आज भी ऐसे हैं, जो दूर से पानी लाकर अपने एवं अपने परिवार की प्यास बुझाते हैं. यह निगम किस काम का जो अपने क्षेत्र में रहनेवाले लोगों को सड़क व पानी की भी व्यवस्था करने में अक्षम साबित हो. इस वार्ड में रहनेवाले लोगों में शिक्षा और सड़क का भी अभाव है, जिससे वे अपने निकटतम जनप्रतिनिधि व वार्ड आयुक्त के अलावे किसी से नहीं मिल पाते हैं. लोहे के पाइप व बांस के सहारे घर को उजाला कर रहे हैं लोगइस वार्ड में बिजली की समस्या भी गंभीर है. स्थानीय लोग बिजली विभाग के उपभोक्ता के रूप में शुमार हैं लेकिन उन्हें किसी प्रकार की सुविधा नहीं मिल पा रही है. बिजली का खंभा एवं ट्रांसफॉर्मर दूर होने के कारण यहां के लोग जान- जोखिम में डाल कर बांस व लोहे के पाइप के सहारे अपने घर को उजाला कर रहे हैं. जो कभी इन लोगों के लिए जानलेवा साबित हो सकता है. सुधि लेने नहीं पहुंचे हैं आज तक निगम के कोई अधिकारीवार्ड नंबर 44 के इस मोहल्ले में रहनेवाले लोग किस तरह की परेशानी को झेल रहे हैं. इसकी सुधि लेने के लिए निगम के कोई अधिकारी अब तक नहीं पहुंच पाये हैं. इससे स्थानीय लोगों में निगम के प्रति भी आक्रोश बना हुआ है. यहां रहनेवाले लोगों का कहना है कि इससे कहीं बेहतर तो पंचायत में रहनेवाले लोगों को सुविधाएं उपलब्ध होती है. इस वार्ड में रहनेवाले लोगों को अपने हाल पर छोड़ दिया गया है. यहां के लोग समस्याओं से जूझ रहे हैं लेकिन निगम के द्वारा अब तक किसी प्रकार की ठोस पहल नहीं की जा सकी है. इससे लोगों में निराशा का भाव बना हुआ है. शिव दासबिजली विभाग की लापरवाही व उदासीनता के कारण इस वार्ड में रहनेवाले लोग जान- जोखिम में डाल कर बिजली जलाते हैं. लेकिन अब तक यहां के लोगों को बिजली का पोल व तार उपलब्ध नहीं कराया जा सका है. वकील दासइस वार्ड की समस्याओं को लेकर कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधियों से लेकर निगम और जिला प्रशासन का भी ध्यान आकृष्ट कराया गया है लेकिन अब तक इस दिशा में सकारात्मक पहल नहीं की जा रही है. उमेश दास: इस वार्ड के कई मोहल्ला खातोपुर, नयाटोला वाजितपुर, चकदानिस में लोग मजबूर होकर बांस एवं लोहे के पाइप के सहारे तार खींच कर बिजली उपभोक्ता बिजली का उपयोग कर रहे हैं. इसके लिए कई बार बिजली विभाग के पदाधिकारियों से मिल कर आवेदन देते हुए बिजली पोल, तार व ट्रांसफॉर्मर के लिए आग्रह किया गया लेकिन विभागीय लापरवाही के कारण इसमें किसी प्रकार का सुधार नहीं हो रहा है.मेहरूं निशानिगम पार्षदवार्ड नंबर 44