सतर्कता ही भूकंप से बचाव का एकमात्र उपाय

सतर्कता ही भूकंप से बचाव का एकमात्र उपाय कार्यक्रम आयोजित कर भूंकप से बचाव का दिया गया सुझावजहानाबाद. भूकंप आना पृथ्वी की भूगर्भीय गतिविधियों का एक भाग है, जो कभी भी व कहीं भी आ सकता है. जिले के किड्स गार्डेन प्ले एंड लर्न स्कूल में सोमवार को एक कार्यक्रम आयोजित किया गया. भूकंप सुरक्षा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 18, 2016 10:08 PM

सतर्कता ही भूकंप से बचाव का एकमात्र उपाय कार्यक्रम आयोजित कर भूंकप से बचाव का दिया गया सुझावजहानाबाद. भूकंप आना पृथ्वी की भूगर्भीय गतिविधियों का एक भाग है, जो कभी भी व कहीं भी आ सकता है. जिले के किड्स गार्डेन प्ले एंड लर्न स्कूल में सोमवार को एक कार्यक्रम आयोजित किया गया. भूकंप सुरक्षा सप्ताह के दौरान आयोजित कार्यक्रम में भूकंप आने के बाद बचाव के कई गूढ़ रहस्य बताये गये. अांबेडकर चौक स्थित स्कूल में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे बीडीओ नौशाद आलम सिद्दिकी ने कहा कि सतर्कता एवं तत्परता ही भूकंप के बचाव का एकमात्र उपाय है. उन्होंने भूकंप के बचाव के उपाय बताते हुए कहा कि जैसे ही लोगों को भूकंप के झटके महसूस हो वैसे ही आप किसी टेबुल के नीचे बैठ जाएं और कस कर पकड़ लें. ऊंची इमारत में रहने पर खिड़की से दूर रहने की सलाह दी. विद्यालय निदेशक साकेत रौशन ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमें किसी भी विकट परिस्थित में डरना नहीं चाहिए. बल्कि वक्त के साथ हौसला एवं सूझ-बूझ से काम लेना चाहिए. स्कूल की शिक्षिका ज्योति कुमारी ने बच्चों के बीच नाटक के माध्यम से भूकंप से बचाव के कई उपाय बताये. इस अवसर पर भूकंप आने एवं रुकने के बाद व्यक्ति को क्या करना चाहिए. इस पर टिप्स दिये गये. कार्यक्रम में विकलांग संघ के अध्यक्ष अवधेश कुमार, नंद शर्मा, प्रवीण कुमार, प्राचार्य सोनी रतनी सिन्हा, कन्हैया कुमार सहित कई लोग मौजूद थे.

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