सच बयां करती ‘कहानी ही कहानी’
द फैक्ट रंगमंडल द्वारा आयोजित पांचवें रंग-ए-माहौल में जिले एवं जिले से बाहर के कलाकाराें ने नाटक का मंचन किया़ कहानी ही कहानी नाटक ने समाज में इज्जत की खातिर मौत की कहानी को बयां किया. बेगूसराय नगर : शहर के दिनकर कला भवन के प्रेक्षागृह में संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के सौजन्य से द […]
द फैक्ट रंगमंडल द्वारा आयोजित पांचवें रंग-ए-माहौल में जिले एवं जिले से बाहर के कलाकाराें ने नाटक का मंचन किया़ कहानी ही कहानी नाटक ने समाज में इज्जत की खातिर मौत की कहानी को बयां किया.
बेगूसराय नगर : शहर के दिनकर कला भवन के प्रेक्षागृह में संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के सौजन्य से द फैक्ट रंगमंडल, बेगूसराय के द्वारा दूसरे दिन परवीन कुमार गुंजन लिखित एवं चंदन कुमार वत्स निर्देशित नाटक कहानी ही कहानी का मंचन किया गया. प्रेम दुनिया की अनमोल संपदा है. सामाजिक, पारिवारिक, प्रेमी-प्रेमिका के प्रेम में ह्रास हुआ है. मूंछ बचाने में कितने जोड़ों की हत्या हो गयी है. वहीं, दुष्कर्म जैसी घिनौनी हरकतों में बढ़ोत्तरी हुई है.
पर्यावरण पर धुएं का प्रभाव वातावरण को दूषित कर रहा है. देश में धार्मिक उन्माद का जहर समाज को विखंडित कर रहा है. कुल मिला कर नाटक समसामयिक घटनाक्रम पर आधारित था, जिसमें देश-दुनिया की विभिन्न पहलुओं को बड़ी ही शिद्दत से रखा गया. संगीत के बेजोड़ तालमेल ने नाटक को ऊंचाई प्रदान की.
नाटक में संदीप कुमार, चंदन कुमार, अवध कुमार ठाकुर, खुशबू कुमारी, लालबाबू कुमार, देवानंद सिंह, अभिजीत कुमार, चंदन कुमार वत्स, संतोष कुमार राही, दीपक कुमार, अमरेश कुमार थे. प्रकाश परिकल्पना व संचालन चिंटू कुमार ने किया. दर्शकों से भरे हॉल में नाटक ने समां बांध दिया. इससे पूर्व इस कार्यक्रम का उद्घाटन वरिष्ठ रंगकर्मी अनिल पतंग व भारद्वाज गुरुकुल के निदेशक शिव प्रकाश भारद्वाज ने किया. दोनों ही अतिथियों को प्रतीक चिह्न से सम्मानित किया गया.