कलाकारों के अभिनय की हुई सराहना

नवतरंग, बेगूसराय के द्वारा आयोजित किया गया था लोकोत्सव 2016 बेगूसराय (नगर) : शहर के बीएमपी आठ स्थित मंजू-द्वारिका सभागार में बेगूसराय नवतरंग के द्वारा चर्चित रंगकर्मी अनिल पतंग के नेतृत्व में लोकोत्सव 2016 का सफल आयोजन किया गया. इस लोकोत्सव कार्यक्रम को दो सत्रों में बांटा गया था. पहले सत्र में महिला कवि सम्मेलन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 28, 2016 6:02 AM

नवतरंग, बेगूसराय के द्वारा आयोजित किया गया था लोकोत्सव 2016

बेगूसराय (नगर) : शहर के बीएमपी आठ स्थित मंजू-द्वारिका सभागार में बेगूसराय नवतरंग के द्वारा चर्चित रंगकर्मी अनिल पतंग के नेतृत्व में लोकोत्सव 2016 का सफल आयोजन किया गया. इस लोकोत्सव कार्यक्रम को दो सत्रों में बांटा गया था. पहले सत्र में महिला कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. इसमें कवियों ने अपनी प्रस्तुति से दर्शकों की खूब तालियां बटोरीं. इस कार्यक्रम के दूसरे सत्र में बिहार का सुप्रसिद्ध नाटक जट-जटिन का मंचन किया गया.
इस कार्यक्रम का दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन बेगूसराय नगर निगम के मेयर उपेंद्र प्रसाद सिंह, उपमेयर राजीव रंजन, विधान पार्षद रजनीश कुमार, जदयू जिलाध्यक्ष भूमिपाल राय, बीएमपी आठ के कमांडेंट सुधीर कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से किया. इस मौके पर मेयर उपेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि अनिल पतंग अपनी कला व सोच से पुरानी सभ्यता व संस्कृति को जीवंत बना कर रखा है जो काबिले तारीफ है.
मौके पर विधान पार्षद रजनीश कुमार ने कहा कि इस जिले की पहचान राज्य से लेकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साहित्य व सांस्कृतिक के रूप में है. अनिल पतंग जैसे मजे हुए कलाकार इस तरह के आयोजन को आगे बढ़ाने के लिए संकल्पित भाव से काम कर रहे हैं, जो दूसरे लोगों के लिए भी प्रेरणा का काम करती है. इस महोत्सव को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक प्रो प्रमोद कुमार शर्मा ने कहा कि अनिल पतंग जैसे कलाकार अपने कठिन मेहनत से लोक संस्कृति को जिंदा रखे हुए हैं. इसी का नतीजा है कि बेगूसराय की कला पूरे सूबे में चर्चित है. इस मौके पर जदयू जिलाध्यक्ष भूमिपाल राय ने कहा कि अनिल पतंग में भिखारी ठाकुर की आकृति है. अपनी मेहनत से नयी पीढ़ी को भी लोक संस्कृति के क्षेत्र में आगे बढ़ाने का सराहनीय प्रयास कर रहे हैं. इस मौके पर बीएमपी आठ के समादेष्टा सुधीर कुमार सिंह ने कहा कि अनिल पतंग जैसे कलाकार बेगूसराय के लिए गौरव का विषय है. उद्घाटन के बाद स्थानीय कलाकारों ने सामा-चकेवा,
कजरी, झिझिया व रंगताल की प्रस्तुति से दर्शक को भाव- विभोर किया. कलाकारों के द्वारा जब जट-जटिन नाटक की प्रस्तुति शुरू की गयी, तो दर्शक अति उत्साहित हो उठे. जट की भूमिका में रॉबिन कुमार एवं जटिन की भूमिका में बीए की छात्रा आंचल कुमारी ने अपने अभिनय से लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया. इस नाटक में सूत्रधार बाबा की भूमिका में रंजीत पासवान, चेला रंजीत राम, जटिन का पुत्र रघु की भूमिका में अभिषेक कुमार, बैद्य की भूमिका में रोशन कुमार, कोरस में स्वीटी कुमारी, आभा कुमारी, रूपम कुमारी, निक्की कुमारी,स्नेहा कुमारी, नाल पर सूरदास अमन कुमार, गायक सत्य नारायण ने अपने-अपने अभिनय से इस महोत्सव को सफल बनाया.

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